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एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस की वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में आय 21 प्रतिशत बढ़ी

अप्रैल-जून अवधि में कंपनी ने अपना अब तक का सबसे अधिक 17,059 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही से 21 प्रतिशत अधिक है. यह वृद्धि मुख्य रूप से कंपनी के खाद्य तेल व्यवसाय के कारण हुई, जिसमें सालाना आधार पर 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस की वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में आय 21 प्रतिशत बढ़ी
  • एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 17,059 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है.
  • खाद्य तेल व्यवसाय ने 26 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 13,415 करोड़ रुपए का योगदान दिया, जो कुल राजस्व का 78.6 प्रतिशत है.
  • फूड और एफएमसीजी बिजनेस का राजस्व 4 प्रतिशत बढ़कर 1,414 करोड़ रुपए हो गया, जिसमें कीमतों में भी वृद्धि की गई है.
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देश की प्रमुख एफएमसीजी कंपनी एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस ने मंगलवार को वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के नतीजे पेश किए. अप्रैल-जून अवधि में कंपनी ने अपना अब तक का सबसे अधिक 17,059 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही से 21 प्रतिशत अधिक है. यह वृद्धि मुख्य रूप से कंपनी के खाद्य तेल व्यवसाय के कारण हुई, जिसमें सालाना आधार पर 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई. इस सेगमेंट ने 13,415 करोड़ रुपए का योगदान दिया, जो कुल राजस्व का 78.6 प्रतिशत और ओवरऑल वॉल्यूम मिक्स का 61 प्रतिशत है.

फूड और एफएमसीजी बिजनेस का राजस्व 4 प्रतिशत बढ़कर 1,414 करोड़ रुपए हो गया. हालांकि इस सेगमेंट ने राजस्व में केवल 8 प्रतिशत का योगदान दिया, लेकिन कुल वॉल्यूम मिक्स में इसका योगदान 16 प्रतिशत था. कंपनी ने तिमाही के दौरान इस कैटेगरी में कीमतों में भी बढ़ोतरी की.कंपनी ने कहा कि उसके इंडस्ट्री एसेंशियल बिजनेस में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसने कुल राजस्व में 12 प्रतिशत का योगदान दिया. एडब्ल्यूएल अपने फूड और एफएमसीजी बिजनेस का सक्रिय रूप से विस्तार कर रहा है और इसमें अपने खाद्य तेल सेगमेंट से प्राप्त मजबूत नकदी प्रवाह का उपयोग कर रहा है.

खाद्य तेल सेगमेंट सालाना लगभग 1,200-1,500 करोड़ रुपए का कैश फ्लो उत्पन्न करता है, जिससे नई कैटेगरी में निवेश बढ़ता है.अपनी बाजार पहुंच को मजबूत करने के लिए एडब्ल्यूएल ने खुदरा कवरेज को 18 प्रतिशत बढ़ाकर 8.7 लाख आउटलेट कर दिया है, जिसमें लगभग 55,000 ग्रामीण कस्बे शामिल हैं, जो वित्त वर्ष 2022 से दस गुना वृद्धि है.

मजबूत राजस्व वृद्धि के बावजूद, जून तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ घटकर 238 करोड़ रुपए रह गया, जिसका मुख्य कारण कच्चे माल की बढ़ी हुई लागत थी. कंपनी ने बताया कि बेची गई वस्तुओं की लागत (सीओजीएस) राजस्व वृद्धि की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़ी, हालांकि, पिछले तीन महीनों में कच्चे माल की कीमतों में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है और इसका लाभ आगामी तिमाहियों में दिखाई देने की उम्मीद है. एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस का शेयर मंगलवार को 263 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुआ.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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