
एशियाई शेयर बाजारों में आज यानी मंगलवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर यानी संघर्ष विराम का ऐलान किया, जिससे ग्लोबल इनवेस्टर्स ने राहत की सांस ली. इस खबर के सामने आते ही तेल की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे एनर्जी मार्केट पर खतरे की आशंका भी कम हो गई.
एशियाई बाजारों में चौतरफा तेजी
एशियाई बाजारों में आज चौतरफा तेजी देखी जा रही है.टोक्यो और हांगकांग के शेयर बाजारों में 1.4 फीसदी की तेजी आई. शंघाई इंडेक्स 0.8 फीसदी चढ़ा, जबकि सियोल मार्केट में सबसे ज्यादा 2.7 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. सिंगापुर 0.7 फीसदी, सिडनी 1.1 फीसदी और ताइपे 1.8 फीसदी ऊपर रहा. हालांकि, जकार्ता का बाजार 1.7 फीसदी गिर गया.
तेल आपूर्ति पर खतरे की आशंका टली, बाजार ने ली राहत की सांस
ट्रंप के ऐलान से पहले यह डर था कि ईरान अमेरिका के हमले का जवाब देते हुए होरमुज की खाड़ी से तेल की सप्लाई रोक सकता है. लेकिन ईरान ने संयम दिखाया , जिससे ग्लोबल इनवेस्टर्स को बड़ा भरोसा मिला. इससे मार्केट में कोई बड़ी उथल-पुथल नहीं हुई.
तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट
सोमवार रात ब्रेंट क्रूड और WTI यानी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल दोनों की कीमतों में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई. मंगलवार को भी इसमें गिरावट जारी रही. ब्रेंट क्रूड की कीमत 2.2 फीसदी गिरकर 69.24 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई, जबकि WTI 2.3 फीसदी टूटकर 66.19 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड करता दिखा.
डॉलर में कमजोरी, फेड के संकेत से बदला सेंटिमेंट
अमेरिका की फेडरल रिजर्व की गवर्नर मिशेल बोमन ने संकेत दिया है कि अगर जुलाई तक महंगाई स्थिर रहती है, तो वह ब्याज दरों में कटौती के पक्ष में रहेंगी. इस बयान के बाद डॉलर की मजबूती कमजोर पड़ी और करंसी मार्केट में डॉलर के मुकाबले यूरो और पाउंड थोड़े मजबूत हुए.
अमेरिका और यूरोप के बाजारों में भी हलचल
अमेरिका का डाउ जोंस इंडेक्स 0.9 फीसदी चढ़कर 42,581.78 पर बंद हुआ. वहीं, लंदन का FTSE 100 इंडेक्स हल्की गिरावट के साथ 0.2 फीसदी नीचे 8,758.04 पर बंद हुआ.
सीजफायर पर तस्वीर अभी पूरी तरह साफ नहीं
हालांकि ट्रंप ने दोनों देशों के बीच “स्टैगरड सीजफायर” यानी संघर्षविराम का एलान किया है, लेकिन हालात अभी पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं. ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है कि अगर इजरायल हमला नहीं करता, तो वे भी अपनी तरफ से आगे कोई कार्रवाई नहीं करेंगे.
ट्रंप के सीजफायर एलान से फिलहाल इनवेस्टर्स को बड़ी राहत मिली है. इससे मार्केट का मूड सुधरा है और ग्लोबल लेवल पर तेल सप्लाई को लेकर जो डर बना हुआ था, वह फिलहाल थम गया है. आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि ईरान और इजरायल इस समझौते को कैसे निभाते हैं.
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