वैश्विक स्तर पर आर्थिक संकट के बीच भारत तेजी से विकास करने वाला एकमात्र देश : मोदी

वैश्विक स्तर पर आर्थिक संकट के बीच भारत तेजी से विकास करने वाला एकमात्र देश : मोदी

पीएम मोदी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं को सिरे से खारिज करते हुए आज कहा कि जब दुनिया वित्तीय संकट से गुजर रही है, भारत एकमात्र देश है जो तीव्र गति से प्रगति कर रहा है और इसका कारण उनकी सरकार की नीतियां हैं।

मोदी ने कहा, ‘विश्वबैंक, आईएमएफ... हर कोई यह कह रहा है। दुनिया आर्थिक संकट से गुजर रही है, सिर्फ भारत ही है जो इसमें भी तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। यह एक अनूठी स्थिति है जबकि पूरी दुनिया फिसल रही है और भारत आगे बढ़ रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘दुनिया भर में लोग कह रहे हैं कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।’ मोदी ने यहां महान समाज सुधारक दयानंद सरस्वती की जयंती पर आयोजित समारोह में यह बात कही।

प्रधानमंत्री ने यह बात उसी दिन कही, जब कांग्रेस ने कहा है कि वह 23 फरवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर श्वेत पत्र लाने की मांग करेगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री के बड़े-बड़े दावों को देखते हुए अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र लाने की मांग करेगी।

नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘सार्वजनिक और निजी क्षेत्र है। हम एक अन्य क्षेत्र व्यक्तिगत क्षेत्र पेश करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि लोग आत्मनिर्भर और स्वरोजगार वाले बनें। वे नौकरी नहीं मांगें बल्कि नौकरियों का सृजन करें।’प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार ने युवाओं और लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाएं पेश की हैं। जनधन योजना का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत खोले गये खातों में 30,000 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के जरिये गरीब साहूकारों के चंगुल से बाहर आ सकते हैं।

मोदी ने इस बात का जिक्र किया कि देश की 60 प्रतिशत आबादी की आयु 35 साल से कम है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। मोदी ने कहा, ‘सरकार का ध्यान इस बात पर है कि कैसे युवाओं की ताकत का इस्तेमाल देश के विकास में किया जा सके। इसलिए हमने न केवल कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किया है, बल्कि अपने बजट से एक नया मंत्रालय बनाया है और अधिकारियों को इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का काम सौंपा है।’

उन्होंने कहा कि 2030 में जब कई देशों की आबादी बुजुर्ग हो जाएगी और जब उन्हें श्रमबल की जरूरत होगी, भारत इन देशों को कुशल और तकनीकी रूप से दक्ष श्रमबल उपलब्ध करा सकेगा। मोदी ने कहा कि प्रमाणपत्र के अलावा हमारे युवाओं में हुनर भी होना चाहिए। उन्होंने गंगा को स्वच्छ बनाने के लिये डीएवी कॉलेज कमेटी द्वारा पेश किये गये समर्थन का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व में कई सरकारों ने गंगा नदी को साफ करने का प्रयास किया, पर वे सफल नहीं हुईं। यदि हम यह ठान लें हम गंगा को मलिन नहीं होने देंगे तो दुनिया में कोई शक्ति इसे मलिन नहीं कर सकती है।’ मोदी ने कहा, ‘स्वच्छ गंगा से दुनिया में भारत का गौरव बढ़ेगा।’

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)