एक सवाल के जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि यह प्रयास करेगी कि अगले साल दाल के दाम कम रहें. साथ ही बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने कई एकड़ बंजर जमीन में एलोवेरा की खेती करवाई और किसानों को लाभ पहुंचाया है.
शिल्पा अरोड़ा ने कहा, आज की पीढ़ी पर बहुत ज़्यादा दबाव है. हेल्थ को लेकर सूचना भी है, भ्रांति भी है. देखने की ज़रूरत हम कहां जा रहे हैं. स्लीप डिज़ॉर्डर बहुत ज़्यादा बढ़ा है.
डॉ कासलीवाल ने कहा, तनाव की हम बहुत बात करते हैं, लेकिन कोई नहीं जानता क्या है ये. क्रॉनिक स्ट्रेस से समस्या पैदा होती है. जीवनशैली की काफी अहमियत है. स्वस्थ जीवनशैली से बीमारियां कम होती हैं.
शिल्पा ने कहा कि हमारे आस-पास मौजूद चीजें हमारे लिए कुदरत ने दी है. वह सबसे ज्यादा जरूरी है.
रामदेव ने कहा कि मैं 90 प्रतिशत लोगों का ब्लड प्रेशर ठीक कर देता हूं. उनकी दवाई बंद करा देता हूं.
शिल्पा अरोड़ा (न्यूट्रीशनिस्ट) ने कहा कि हर घर में डॉक्टर है. वह किचन में है. शिल्पा ने कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि हम कहां गलत हैं, क्या गलत कर रहे हैं.#NDTVYouthForChange में बाबा रामदेव : जो कुछ मैं बनाता हूं, सब इस्तेमाल करूं, ज़रूरी नहीं
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#NDTVYouthForChange में बाबा रामदेव : योग भी कहता है, मन के पार चले जाओ
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मनीषा कोइराला (अभिनेत्री) ने कहा कि जीवनशैली का सबसे ज्यादा रोल है. मुझे जीवन का महत्व पता चला. यह कैंसर की बीमारी के बाद समझ में आया.
डॉ आरआर कासलीवाल (चेयरमैन, क्लिनिकल एंड प्रिवेन्टिव कार्डियोलॉजी, मेदांता मेडिसिटी) ने कहा कि लोगों को स्ट्रैस के बारे में पता नहीं है.
#NDTVYouthForChange के अगले सत्र में दिखेंगे बाबा रामदेव
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अब #NDTVYouthForChange कार्यक्रम का सातवां सत्र : फिट रहो इंडिया... प्रश्न है - क्या हम सेहतमंद ज़िन्दगी की तरफ बढ़ रहे हैं, या उसकी अनदेखी की तरफ...? पैनलिस्ट : बाबा रामदेव (योगगुरु एवं पतंजलि समूह के संस्थानों के संस्थापक), डॉ आरआर कासलीवाल (चेयरमैन, क्लिनिकल एंड प्रिवेन्टिव कार्डियोलॉजी, मेदांता मेडिसिटी), मनीषा कोइराला (अभिनेत्री), शिल्पा अरोड़ा (न्यूट्रीशनिस्ट)... शो की होस्ट नग़मा सहर
सुशांत सिंह ने कहा कि मेरे घर में क्रिकेट का माहौल था, बहन प्रोफेशनल क्रिकेटर है. तीन-चार महीने में तो फिटनेस ही ला पाया हूं. जब मैंने खेल को समझा तो उनके प्रति मेरा सम्मान बढ़ गया है.
साक्षी मलिक ने माना कि वह कुश्ती में पहले पिछड़ रही थीं, लेकिन अंतिम के नौ सेकेंड में उन्होंने पूरा जोर लगाया और मैच जीत लिया
मंदीप ने कहा कि हरियाणा रेसलिंग में पहले से आगे रहा है. आजकल हर दिन नई लड़कियां सीखने आ रही हैं. साक्षी की जीत के बाद ज़्यादा लड़की रेसलिंग में आना चाहती हैं. साक्षी की कामयाबी ने कई लड़कियों को प्रोत्साहित किया है. साक्षी की कामयाबी से रोज़ कुश्ती में नई लड़कियां आ रही हैं.
दीपा कर्मकार के कोच विश्वेश्वर नंदी ने कहा कि हमें आधारभूत सुविधाओं की बहुत सख़्त ज़रूरत है. जिम्नास्टिक्स में हमने चीन को भी चुनौती दी.
दीपा मलिक ने कहा कि 39 साल की उम्र में पहली बार भाला, गोला पकड़ा. कौन कहता है कि खेलों से आजीविका नहीं हो सकती. पैरालिंपिक से लौटने पर मेरे स्वागत को पूरी खाप मौजूद थी. जीवन के अखाड़े में दम दिखाने के लिए खाप ने सम्मान दिया. कामयाबी के बाद मुझे खाप के सामने पल्ला भी नहीं रखना पड़ा.मैंने ठान लिया था कि अपनी अपंगता को अपनी पहचान नहीं बनने दूंगी.
साक्षी मलिक ने कहा कि खेल के साथ-साथ ज्ञान भी ज़रूरी है. हमारे देश में सुविधाओं की भारी कमी है. खेल के साथ-साथ पढ़ाई भी बहुत ज़रूरी है. मैंने जब कुश्ती खेलना शुरू किया, तो बहुत कम लड़कियां थीं.
दीपा कर्मकार ने कहा कि खिलाड़ियों को पढ़ाई में कम मेहनत करनी पड़ती है. मुझे खेल से जुड़े परिवार से होने का फ़ायदा मिला.
बॉलीवुड एक्टर और पर्दे पर टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाने वाले सुशांत सिंह राजपूत का कहना है कि ऐसा नहीं कि देश में सिर्फ़ क्रिकेट ही पॉपुलर है. 1950 में फुटबॉल बहुत लोकप्रिय था. क्रिकेट की पॉपुलेरिटी इसलिए है कि उसकी गवर्निंग बॉडी स्ट्रॉन्ग है. हर खेल में क्रिकेट जैसे मैनेजमेंट की ज़रूरत है. अगले साल पैरालिंपिक खिलाड़ी पर फ़िल्म कर रहा हूं.
दीपा कर्मकार के कोच विश्वेश्वर नंदी ने कहा NDTV को धन्यवाद खेल को लेकर शुरुआत की. मैं जिम्नास्टिक्स में कुछ और खिलाड़ी तैयार कर रहा हूं. दीपा को लेकर मेरा सपना है, 2020 तक पदक पाना.
अब #NDTVYouthForChange कार्यक्रम का छठा सत्र : खेलो इंडिया खेलो में प्रश्न...आने वाली पीढ़ियों में खेल-कूद के प्रति कितना आकर्षण है...? पैनलिस्ट : दीपा कर्मकार (जिमनास्ट), दीपा मलिक (रियो पैरालिंपिक, 2016 में रजक पदक विजेता पैरा एथलीट), बिश्वेश्वर नंदी (जिमनास्टिक कोच), साक्षी मलिक (फ्रीस्टाइल पहलवान एवं ओलिम्पिक कांस्य पदक विजेता), मंदीप सिंह (कुश्ती कोच), सुशांत सिंह राजपूत (अभिनेता)... शो की होस्ट सिक्ता देव
साकेत मोदी (उद्यमी एवं एथिकल हैकर) का मानना है कि डिजिटल मीडिया के इस्तेमाल की कोई औपचारिक ट्रेनिंग नहीं है. लेकिन लोग स्मार्टफोन का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं. डिजिटल दुनिया के ज़रिए किसी की भी ज़िंदगी में दखल अब आसान हो गया है. आज के दौर में देखा जाए तो डिजिटल समाज का सबसे नकारात्मक असर डिप्रेशन है.
सुमेर पसरीचा (अभिनेता एवं कॉमेडियन) ने कहा कि पम्मी अंटी के किरदार को शुरू में कुछ लोगों ने सराहा बाद में यह सिलसिला शुरू हो गया.
श्रीवास्तव ने कहा, डिजिटल मीडियम से बीएसएनएल में पोर्टल में शिकायत दर्ज की जा सकती है और समाधान भी मिलता है. डिजिटल इंडिया का गांव तक पहुंच रहा है.
अनुपम श्रीवास्तव (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बीएसएनएल) का मानना है कि तकनीक से लोग जुड़ते भी हैं. लेकिन यह अपनी जगह दुर्भाग्य है कि बेटा अपनी मां से मिलने के लिए समय नहीं निकाल पाता लेकिन खुशी की बात है कि सोशल मीडिया के जरिये बात कर पाता है. यह विरोधाभास है.
शुभो सेनगुप्ता (डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट) का कहना है कि आज मेरी मां मेरी बेटी से चैट पर बात करती है. सोशल मीडिया पर वर्तमाम ज्यादा महत्वपूर्ण है. भविष्य के बारे में यही तय करता है.#NDTVYouthForChange में नया सत्र : @PapaCJ, राहुल, साकेत, शुभो, अनुपम, पम्मी आंटी के साथ @RajivMakhni
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अब #NDTVYouthForChange कार्यक्रम के पांचवें सत्र : 'कितने दूर, कितने पास' का सवाल...क्या सोशल मीडिया दुनिया में दूरी पाटने का काम कर रहा है...? पैनलिस्ट : अनुपम श्रीवास्तव (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बीएसएनएल), सुमेर पसरीचा (अभिनेता एवं कॉमेडियन), साकेत मोदी (उद्यमी एवं एथिकल हैकर), राहुल कुमार (सह-संस्थापक, ट्रूली मैडली), पापा सीजे (स्टैंड-अप कॉमेडियन), शुभो सेनगुप्ता (डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट)... शो के होस्ट राजीव मखनी
वाजिद अली ने कहा कि अच्छे बुरे लोग हर दौर में रहे होंगे और वैसा ही संगीत बना होगा. जो चीज बिकती है वह गलत नहीं है.
साजिद अली ने कहा कि आजकल लोग एक गाना भी ले आते हैं और कहतै हैं कि ऐसा गाना बना दो.
गायिका कनिका कपूर ने कहा कि हर गाने में संगीत है. उन्होंने कहा कि हर गाने की गायिकी अलग है.
गीतकार एवं पटकथा लेखक कौसर मुनीर ने कहा कि हमारी फिल्मों के गीतों में बदलाव आ रहा है. गुलजार साहब के गीत भी बदले हैं. हर गीतकार के बोलों में बदलाव आया है. यह सब आज के जमाने के हिसाब से हो रहा है.
साजिद ने कहा कि म्यूजिक इंडस्ट्री में बाजार का काफी दबाव है.
@prasoonjoshi_, @TheKanikakapoor, साजिद-वाजिद, कौसर मुनीर के साथ @Abhigyan_AP#NDTVYouthForChange
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मौके पर मौजूद मालिनी अवस्थी ने एक गाना गाकर समाज को महिलाओं के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया.
जोशी ने कहा कि महिला जब मां बनती है तो उसे पर ही जिम्मेदारी गई है. क्यों पुरुष इस मामले में आगे नहीं आते हैं, क्यों पुरुषों को छुट्टी नहीं दी जाती और कहा जाता कि वे बच्चों को देखें. इच्छा तो दोनों की थी.
प्रसून जोशी ने कहा कि यह स्थिति शर्मनाक है कि महिलाओं पर चिंताओं की जरूरत है. इस विषय पर चर्चा की जरूरत पड़ रही है.
सोनम कपूर का कहना है कि अगर आपके दिमाग में कुछ हैं, आपके कुछ सपने हैं तो आपको कुछ करना चाहिए.. सोनम ने कहा कि हम लोगों को समाज में योगदान देना होगा. बिना डरे अपनी राय अपनी इच्छा पूरी करनी चाहिए. सीखते हुए आगे बढ़ना चाहिए.
प्रसून जोशी ने कहा कि जीने की शर्त एक्सेप्श्नल नहीं होनी चाहिए.
सह-संस्थापक, Sheroes साइरी चहल ने कहा कि समाज में बदलाव हमसे ही आएगा. सोनम ने कहा कि महिलाओं के प्रति समाज में ज्यादा बदलाव नहीं आया है.
जब माउंट एवरेस्ट पर अरुणिमा पहुंची तो उनके मन में क्या था, इस प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं टूट गई थी, लेकिन हिम्मत नहीं हारी थी. जब मैं हॉस्पिटल के बेड पर थी तब चीख रही थी.
सोनम कपूर ने कहा, अनिल कपूर फेमिनिस्ट हैं वो मेरे पिता हैं और उन्होंने मुझे अच्छी शिक्षा दी.
एवरेस्ट फतेह करने वाली अरुणिमा सिन्हा भी शामिल हुई हैं.

एनडीटीवी यूथ फॉर चेंज कार्यक्रम के तीसरे सत्र में भाग लेने के लिए आईं सोनम कपूर
इस सत्र में सोनम कपूर (अभिनेत्री), प्रसून जोशी (गीतकार), अरुणिमा सिन्हा (माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली दिव्यांग महिला), सैरी चहल (सह-संस्थापक, Sheroes)
तापसी ने कहा कि डीटीसी की बसों में लड़कियों को गलत जगह पर छुआ जाता है. लड़की को आखिर लगने लगता है कि आखिर उसने क्या गलत किया है.
क्या हमारे लड़कों में इतनी हिम्मत हैं कि वह दहेज के खिलाफ खड़े हो पाएंगे. अमिताभ बच्चन ने कहा कि हमें लड़कों के सामने उदाहरण पेश करना होगा.
कीर्ति ने कहा कि शर्म की बात है कि जब जब किसी के साथ संबंध में होते हैं और जब सबसे ज्यादा जरूरत होती है वह आपके साथ नहीं होता यह काफी तकलीफदेह है. वह समाज के विचार से बंधा है.
तापसी ने कहा कि कोर्ट में हादसे की शिकार लड़की के साथ जो व्यवहार होता है भी समाज पर सवाल उठाता है. वह उसे रोज दिक्कत झेलनी पड़ती है.
शूजित सरकार ने कहा कि कपड़े सभी पहनते हैं, लेकिन आप किस नजर से देखते हैं यह मायने रखता है. मैं क्या दिखाना चाहता हूं. यह मेरे पर निर्भर है. मैंने कैमरा पर्सन को निर्दश साफ दिया था कि कैमरा ऐसा दिखाए कि कुछ भद्दा न लगे.
तापसी ने कहा कि सीन से पहले करीब आधा घंटे पहले से निर्देशक हमें तैयार कर देते थे और हम काफी गंभीर हो जाते थे. एक सीन के लिए तो हमें पूरी रात सोने के लिए मना किया गया था. केवल आधे घंटे तक सोने को कहा गया था.
फिल्म के अन्य कलाकार अंगद सिंह ने कहा कि शूजित दा ने मुझे इस फिल्म के लिए चुना, मैं शुक्रगुजार हूं.
अमिताभ ने कहा, जब विषय मेरे पास आया तभी से ऐसे विचार आए ऐसा नहीं है. पहले से ही मेरे विचार महिलाओं के प्रति सम्मान रहा है. मैं पहले से ही महिलाओं के सम्मान से जुड़े कार्यक्रमों से जुड़ा रहा हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास जो भी होगा वह मरने के बाद बेटे और बेटी में आधा-आधा बंटेगा.



रियो पैरालिंपिक खेलों में मेडल जीतने वाली दीपा मलिक के साथ अमिताभ बच्चन.
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दूसरा सत्र - 'तुझसे ही है रोशनी'
Live होगा - https://t.co/xIn6Wcnm53 पर... pic.twitter.com/sTKvmcDAHg
NDTVYouthForChange | @deespeak ने कहा... pic.twitter.com/BbM8eiSMjE
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#NDTVYouthForChange में रवीश कुमार : पर्यावरण से रोज़गार पैदा किया जा सकता है
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पर्यावरण सत्र में चर्चा करते पैनलिस्ट

दीया ने कहा, पृथ्वी अपनी किसी चीज़ पर टैक्स नहीं मांगती. पृथ्वी हमें हर चीज़ फ्री में देती है. हम सबसे ज़्यादा कचरा करते हैं. हमारा कचरा नदी, जंगल हर जगह पहुंचता है. झगड़ा करना है तो पृथ्वी के बचाव के लिए करें. मुझे सबसे ज़्यादा डर कचरे से. प्लास्टिक से सबसे ज़्यादा डर. पानी, जंगल मुफ़्त में मिला. दक्षिण भारत में पानी पर झगड़ा. हम सब जानते हुए कुदरत को नष्ट कर रहे.
दीया मिर्जा ने कहा, आप किसी भी क्षेत्र से हों कुदरत की महत्ता को समझना होगा.


डॉ रॉय की बातें सुनते कार्यक्रम में आए अतिथिगण.
डॉ रॉय आज का कार्यक्रम शिकायत करने के लिए नहीं है. बल्कि समाधान खोजने के लिए है. आज के सत्र में काफी उत्साहवर्धक बातें होंगी
एनडीटीवी यूथ फॉर चेंज कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए डॉ प्रणय रॉय

एनडीटीवी यूथ फॉर चेंज में अपने सत्र की तैयारी में लगे रवीश कुमार
18:15 बजे शुरू होने वाले छठे सत्र 'खेलो इंडिया खेलो' में रियो ओलिम्पिक 2016 में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकीं जिमनास्ट दीपा कर्मकार, रियो पैरालिंपिक, 2016 में रजक पदक विजेता पैरा एथलीट दीपा मलिक, जिमनास्टिक कोच बिश्वेश्वर नंदी, फ्रीस्टाइल पहलवान एवं रियो ओलिम्पिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक, कुश्ती कोच मंदीप सिंह तथा बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के साथ NDTV की सिक्ता देव चर्चा करेंगी कि आने वाली पीढ़ियों में खेल-कूद के प्रति कितना आकर्षण है...?
पांचवां सत्र 17:15 बजे से शुरू होगा, जिसका शीर्षक है 'कितने दूर, कितने पास', और इस सत्र में NDTV के राजीव मखनी चर्चा करेंगे इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए कि 'क्या सोशल मीडिया दुनिया में दूरी पाटने का काम कर रहा है...?' इस चर्चा में भाग लेंगे बीएसएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव, अभिनेता एवं कॉमेडियन सुमेर पसरीचा, उद्यमी एवं एथिकल हैकर साकेत मोदी, ट्रूली मैडली के सह-संस्थापक राहुल कुमार तथा स्टैंड-अप कॉमेडियन पापा सीजे...
दोपहर 3 बजे से 4 बजे तक चलने वाला तीसरा सत्र 'और सुबह होकर रही' महिलाओं की समस्याओं से जुड़ा होगा, जिसमें NDTV की निधि कुलपति बातचीत करेंगी अभिनेत्री सोनम कपूर, गीतकार प्रसून जोशी, माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली दिव्यांग महिला अरुणिमा सिन्हा तथा फ्लेक्सीमॉम की सह-संस्थापक सैरी चहल से...
इसके बाद दोपहर 12:15 बजे से 13:15 बजे तक पहले सत्र 'साथी हाथ बढ़ाना' में पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं पर NDTV के रवीश कुमार चर्चा करेंगे गांधीवादी पर्यावरणविद सच्चिदानंद भारती, जैविक (ऑर्गेनिक) खेती करने वाले किसान भारत भूषण त्यागी तथा बॉलीवुड अभिनेत्री दीया मिर्जा से...
समारोह स्थल पर सच्चिदानंद भारती


युवाओं को आवाज़, युवाओं की आवाज़...#NDTVYouthForChange कॉनक्लेव, शनिवार दोपहर 12 बजे से Live pic.twitter.com/iTr4FxA9AZ
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