चीन सरकार के बुलावे पर मैं इस समय उरुमुची में हूं. आज उरुमुची के इंटरनेशनल इस्लामिक इंस्टिट्यूट जाने का मौक़ा मिला. वहां, पर छात्रों को इमाम के काम के लिए ट्रेनिंग दी जाती है. छात्रों को मासिक भत्ता भी मिलता है. क़ुरान की पढाई में भी छात्र यहां महारत हासिल करते हैं. यहां के प्राचार्य का दावा है कि सरकार से मदद ही मिलती है, रोक नहीं लगती. ऐसे कुल आठ संस्थान चीन में हैं. इनके प्रधानों की नियुक्ति सरकार ही करती है.
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उइगर संस्कृति को भी शो केस करने की कोशिश है. यहां की संस्कृति केंद्र में पारंपरिक गाने और नृत्य सुनने देखने का मौका मिला.
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महिला पुरुष दोनों इनमें भाग लेते हैं. यहां के जानकारों के मुताबिक़ यहां का इस्लाम स्थानीय रंगों में ढला है, जिसमें नाचना गाना, शराब वग़ैरह को बुरा नहीं मानते, लेकिन जब अतिवादियों ने कठिन इस्लाम लागू करने की कोशिश में आतंकवाद यहां पनपा. बाक़ी अगले हिस्से में..