कोरोना वायरस को हल्के में लेना नहीं चाहिए, लोगों को अपना ख्याल रखना चाहिए. डॉक्टर और सरकार जो भी सलाह दे रही है उसे पूरी तरह मानना चाहिए. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. आप कहां जा रहे हैं, क्या कर रहे हैं, कितने लोगों से मिल रहे हैं, इस सब पर आपको ध्यान देना चाहिए. सरकार ने यह सलाह दी है कि 200 से ज्यादा लोग एक जगह जमा नहीं होने चाहिए, लेकिन लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं. भारत में ऐसे कई मार्केट हैं जहां बहुत भीड़ होती है, लोग वहां जाते हैं. दिल्ली के सरोजिनी नगर और करोलबाग में काफी भीड़ होती है. वहां हज़ारों की संख्या में लोग जाते हैं. इस सब पर भी लोगों को ध्यान रखना चाहिए.अगर ज्यादा जरूरी नहीं है तो अब मार्केट जाना बंद कर देना चाहिए. कई देशों में आने-जाने और घूमने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मार्केट से मॉल तक बंद कर दिए गए हैं. भारत में ऐसा नहीं हुआ है लेकिन लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि मार्केट में आप जो भी सामान खरीद रहे हैं उसे पहले कई लोगों ने छुआ होगा. इसलिए आपको सावधान रहने की जरूरत है. अगर आप उस सामान को खरीद रहे हैं तो उसे बढ़िया से धोकर इस्तेमाल करें.
कई लोग बाहर से आते हैं, एयरपोर्ट पर उनकी चेकिंग होती है, हो सकता है एयरपोर्ट पर सब कुछ ठीक पाया गया हो. कुछ दिनों के बाद भी वायरस एक्टिव होने की संभावना है. यह बात डॉक्टर सुरजीत कुमार सिंह ने कही है. इसीलिए जो लोग बाहर से आ रहे हैं उन्हें 14 दिनों तक अकेले रहना चाहिए. परिवार और बाहर के लोगों से मिलना-जुलना बंद कर देना चाहिए. कल दिल्ली में एक 68 साल की महिला की मौत हो गई. उसका बेटा बाहर से आया था. एयरपोर्ट पर जांच जरूर हुई होगी. घर पहुंचने के कुछ दिन बाद बेटे के अंदर लक्षण पाए गए, फिर मां के अंदर. बेटे से ही मां संक्रमित हुई. मां की जान चली गई क्योंकि मां 68 साल की थी, हाइपरटेंशन और डायबिटीज की रोगी थी.
एक बात पर हमेशा ध्यान देना चाहिए, कोरोना वायरस का असर अलग-अलग लोगों पर अलग-अलग होता है. इम्युनिटी और फिटनेस के हिसाब से असर होता है. आंकड़े के हिसाब से ज्यादा उम्र वाले लोगों पर इसका असर ज्यादा है क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ-साथ लोगों की इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) कम होते जाती है. आंकड़ों के हिसाब से 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग जो इस वायरस का शिकार हुए हैं उनमें से 14.8 प्रतिशत लोगों की मौत हो गई है. 70 से 79 साल की उम्र के बीच मृत्यु दर 8 प्रतिशत है. 60-69 के उम्र के बीच मृत्यु दर 3.6 प्रतिशत है. 10 से 39 के बीच मृत्यु दर 0.2 प्रतिशत है. जबकि 0-9 साल के बच्चों की अभी तक इससे मौत नहीं हुई है. जो लोग हाइपरटेंशन से शिकार हैं उनकी मौत की दर 13.2 प्रतिशत है. डायबिटीज (मधुमेह) के रोगियों में मृत्यु दर 9.2 प्रतिशत है. कैंसर पीड़ित रोगियों के बीच मृत्यु दर 7.6 प्रतिशत है.
दिल्ली वाले केस में यही हुआ. महिला की उम्र ज्यादा थी और हाइपरटेंशन और शुगर की रोगी थी, तो कोरोना वायरस का असर ज्यादा हुआ. जबकि बेटा जो कम उम्र का है उस पर असर कम हुआ. इसलिए किसी भी व्यक्ति को सिर्फ अपने बारे में नहीं सोचना चाहिए. एक संक्रमित व्यक्ति से परिवार के सदस्य संक्रमित हो सकते हैं. सतर्क रहने की जरूरत है.
आज एक खबर आई है कि पिछले 12 दिनों में 12 लाख से भी ज्यादा ट्रेन टिकट रद्द हुए हैं. यानी यात्री कोरोना वायरस के डर से ट्रेन में सफर नहीं कर रहे हैं. भारतीय रेलवे की तरफ से कई कदम उठाने की बात कही गई है. कल एक नोटिफिकेशन निकाला गया है जिसमें कहा गया है कि ट्रेन की हर बोगी को सैनिटाइजर से ठीक से साफ किया जाएगा. साफ करने वाले स्टाफ को यह निर्देश दिया गया है कि यात्री जहां बैठते हैं उसे ठीक से साफ किया जाए. टॉयलेट और पानी के बेसिन को भी साफ रखा जाए. ट्रेन के दरवाजे, खिड़की, चेन्स, स्नेक टेबल को ठीक से साफ किया जाए. ट्रेन में पर्याप्त मात्रा में लिक्विड साबुन होना जरूरी है. अगर आप एसी ट्रेन में सफर कर रहे हैं तो यह भी ध्यान रखिए कि आपको दी जा रही बेडशीट, कंबल और तकिया कवर साफ है या नहीं? रेल मंत्रालय ने निर्देश दिया है, लेकिन रेलवे स्टाफ इस निर्देश का पालन कर रहा है या नहीं इसका आपको ध्यान रखने की जरूरत है. अगर नहीं हो रहा है तो आपको शिकायत दर्ज कराने की जरूरत है.
भयभीत होने की जरूरत नहीं है लेकिन आपको सतर्क रहने की जरूरत है. छोटी-छोटी बातों पर ध्यान रखने की जरूरत है. हो सके तो कैश का इस्तेमाल कम कीजिए, जहां डिजिटल पेमेंट संभव है वहां डिजिटल पेमेंट कीजिए. सब्जी और फल को अच्छे से धोकर इस्तेमाल कीजिए. हाथ बार-बार धोइए. आजकल व्हाट्सऐप और सोशल मीडिया पर कई भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, उनसे दूर रहिए. कई लोग यह भ्रांति फैला रहे हैं कि अदरक खाने से कोरोना वायरस दूर हो जाता है. ऐसा नहीं है, इसीलिए इस तरह की अफवाहों से दूर रहिए. सरकार और डॉक्टर जो भी सलाह दे रहे हैं उनका पालन कीजिए. मास्क को लेकर भी कई भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं. डॉक्टर और सरकार बार-बार कह रही है कि जो लोग इस वायरस से संक्रमित हैं उन्हें मास्क पहनने की जरूरत है, सबको मास्क पहनने की जरूरत नहीं है. मास्क की मांग बढ़ती जा रही है. लोग डर से मास्क खरीदने लगे हैं जिसका फायदा अब दुकानदार उठाने लगे हैं. काफी ज्यादा रेट पर मास्क बिक रहे हैं.
अगर आप मास्क खरीद रहे हैं तो दाम पर ध्यान दीजिए. किसी भी हालत में दुकानदार को लिखे हुए दाम से ज्यादा पैसा मत दीजिए. आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कोई भी व्यक्ति जो आपसे उचित मूल्य से ज्यादा पैसा मांगता है तो सात वर्ष के कारावास अथवा जुर्माने अथवा दोनों से दंडित किया जा सकता है तथा चोरबाजारी निवारण एवं आवश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम के तहत, उसे अधिकतम 6 माह के लिए नजरबंद किया जा सकता है. इसीलिए अगर आपसे दाम से ज्यादा पैसा कोई मांग रहा है तो उसकी शिकायत कीजिए. सरकार ने शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर नंबर और मेल भी जारी किए हैं.आप 1800-11-4000 पर तथा ऑनलाइन शिकायतें www.consumerhelpline.gov.in, विभाग की वेबसाइट www.consumeraffairs.nic.in, dsadmin-ca@nic.in और dirwm-ca@nic.in, secy.doca@gov.in पर भी दर्ज कर सकते हैं.
कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है, सतर्क रहने की जरूरत है. छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने की जरूरत है. सरकार और डॉक्टर के दिए हुए निर्देशों का पालन कीजिए.
सुशील मोहपात्रा NDTV इंडिया में Chief Programme Coordinator & Head-Guest Relations हैं
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