
- जदयू ने शिवहर से बाहरी उम्मीदवार डॉ. श्वेता गुप्ता को मैदान में उतारा, जिससे कार्यकर्ताओं में असंतोष है
- कार्यकर्ताओं ने स्थानीय नेताओं की राय न लिए जाने और पूर्व विधायक मो. सरफुद्दीन को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया
- कुछ कार्यकर्ताओं ने सीतामढ़ी सांसद पर पैसे लेकर टिकट दिलाने का आरोप लगाते हुए निर्णय को आर्थिक लेनदेन बताया
शिवहर विधानसभा सीट से जदयू प्रत्याशी के रूप में सीतामढ़ी की डॉ. श्वेता के नाम की घोषणा होते ही जिले की राजनीति में भूचाल आ गया है. जदयू पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में भारी असंतोष देखने को मिल रहा है. जदयू के स्थानीय नेताओं और लोगों ने पार्टी नेतृत्व पर शिवहर की अनदेखी करने का आरोप लगाया है और कहा है कि बाहरी उम्मीदवार को थोपना शिवहर की जनता के साथ अन्याय है. भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विकास कुमार ने बताया कि शिवहर मे हमेशा बाहरी उम्मीदवार ही थोपा जाता है. अगर बाहरी उम्मीदवार ही जदयू को देना था तो चेतन आनंद ही ठीक थे, जिन्होंने काफी विकास किया है और कई वर्षों से शिवहर जिले के सभी लोगों को जानते भी है.
कार्यकर्ताओं का फूटा गुस्सा
घोषणा के बाद जदयू कार्यालय परिसर और जिले के कई इलाकों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. “शिवहर का हक शिवहर को दो” और “बाहरी उम्मीदवार वापस लो” जैसे नारें गूंज रहे हैं. आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने कहा कि टिकट देने में स्थानीय नेताओं की राय नहीं ली गई और पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक मो. सरफुद्दीन को नजरअंदाज कर दिया गया.
सांसद पर पैसे लेकर टिकट दिलाने का आरोप
कुछ कार्यकर्ताओं ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सीतामढ़ी सांसद ने “पैसे लेकर टिकट दिलवाया” है. उनका कहना है कि यह निर्णय राजनीतिक योग्यता के बजाय आर्थिक लेनदेन के आधार पर हुआ है, जिससे शिवहर के जदयू कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट गया है.
कौन हैं डॉ. श्वेता गुप्ता
जदयू की घोषित उम्मीदवार डॉक्टर श्वेता गुप्ता सीतामढ़ी के मशहूर सर्जन डॉ. वरुण कुमार की पत्नी हैं. बता दें कि डॉ. वरुण कुमार को 2019 मे जदयू ने सीतामढ़ी से लोकसभा का टिकट दिया गया था, जहां लोगों और स्थानीय नेताओं के भारी विरोध के कारण उनका टिकट वापस लेकर सीतामढ़ी के भाजपा नेता सुनील कुमार पिंटू को जदयू मे शामिल कर उन्हें दिया गया था. जिसमें पिंटू ने जीत हासिल की थी. हालांकि, शुक्रवार को डॉ. श्वेता गुप्ता ने अपना नामांकन शिवहर अनुमंडल कार्यालय मे दाखिल कर लिया है.
पूर्व विधायक समेत आधा दर्जन से अधिक जदयू नेताओं ने दिया है इस्तीफा
डॉ. श्वेता को जदयू से उम्मीदवार बनाए जाने के विरोध में शिवहर से दो बार के विधायक रहे मो. सरफुद्दीन ने जहां इस्तीफा दे दिया, वहीं जदयू के महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रेखा देवी, जदयू श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्ष महबूब आलम समेत आधा दर्जन से अधिक जदयू के पार्टी कार्यकर्ताओं ने और पदाधिकारी ने इस्तीफा दे दिया. आलम ऐसा हुआ की जदयू उम्मीदवार को गुरुवार को भाजपा कार्यालय मे मीटिंग करनी पड़ी जहां NDA सभी जिलाध्यक्ष के आलावा एक दो स्थानीय कार्यकर्ता ही शामिल थे.
जदयू कार्यालय मे छाई विरानगी
शिवहर के पूर्व विधायक मो. सरफुदीन के शिवहर आवास स्तिथ जदयू कार्यालय जो 15 वर्षो से संचालित था वह आज वीरान पड़ा हुआ है. जहां से जदयू के बैनर पोस्टर कल ही हटा कर ताला जड़ दिया गया है.
आनंद मोहन के समर्थक भी गुस्से मे
जहां जदयू के उम्मीदवार घोषणा से जदयू में भारी नराजगी है. वहीं अंदर ही अंदर बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन के फ्रेंड्स ऑफ आनंद के समर्थक भी गुस्से में बताए जा रहे हैं. शिवहर लोकसभा के किसी अन्य के नेताओं के हस्तक्षेप होने के कारण नराजगी है. शिवहर में बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन के समर्थकों की संख्या हजारों में है.
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