केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया...
पटना:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार असल सरदार हैं. ये कहना हैं केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया का. अहलूवालिया दरअसल, बिहार के ही निवासी हैं और इन दिनों सिख धर्म गुरु गोविन्द सिंह की 350वीं जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाश उत्सव के सिलसिले में पटना में कैंप कर रहे हैं.
अहलूवालिया पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं जिसने इस समारोह के आयोजन के लिए नीतीश कुमार की खुल कर प्रसंशा की हैं. अहलूवालिया ने कहा कि नीतीश ने अतिथि देवो भव के अनुरूप आयोजन में कोई कसर नहीं छोड़ी हैं. हालांकि उनकी राज्य सरकार को सलाह है कि बिहार में सिख सर्किट के विकास पर और ध्यान देना चाहिए क्योंकि पंजाब के बाद सबसे बड़ा सिख सर्किट बिहार में ही है.
हालांकि अहलूवालिया का दावा है कि केंद्र ने इस आयोजन में अपने वादे के अनुसार आर्थिक मदद की लेकिन राज्य सरकार का अपना तर्क है कि इस आयोजन विशेष के लिए जो 100 करोड़ का वादा किया गया था वो आजतक राज्य सरकार को राशि नहीं मिली है.
अहलूवालिया के अलावा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी सोमवार को पटना पहुंचे थे और नीतीश कुमार से मुलाकात के पहले गुरु गोविन्द सिंह की जन्म स्थली ताख हरिमंदिर साहेब में माथा टेकने के बाद आयोजन की जमकर तारीफ की. मंगलवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमन्त्री अमरिंदर सिंह ने हरिमंदिर साहेब में माथा टेकने के बाद पटना के गांधी मैदान में टेंट सिटी में पहले लंगर में सेवा की और वहीं बैठ कर लंगर भी चखा.
हालांकि केजरीवाल हो या अमरिंदर सियासी मसलों पर कुछ भी बोलने से दोनों नेता बचते रहे. हालांकि नीतीश कुमार के साथ लंच के पहले अमरिंदर सिंह ने आयोजन की तारीफ करते हुए ये जरूर कहा कि "नीतीश जी ने जितना प्रबंध किया है उतना मैंने कहीं नहीं देखा.''
बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और बृहस्पतिवार को मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी भी शरीक होंगे. इस आयोजन में भाग लेने के लिए पूरे विश्व से सिख समुदाय के लोग पटना आ रहे हैं. पंजाब से 10 विशेष ट्रैन और 226 बसों का काफिला पटना के लिए चल चुका हैं. इसके अलावा दिल्ली से भी कई विशेष ट्रैन श्रद्धालुओं को लेकर पटना आ रही है. लोगों की इतनी बड़ी संख्या के मद्देनजर राज्य सरकार ने कई जगहों पर टेंट सिटी बनाई हैं. लेकिन सबसे ज्यादा भीड़ स्थानीय लोगों की देखी जा रही है.
हालांकि पटना शहर लोगों के स्वागत के होर्डिंग से भर गया है. हर राजनीतिक दल और स्वयंसेवी संगठन के लोगों ने अपनी अपनी होर्डिंग पूरे शहर में लगाई हैं. हालांकि राज्य सरकार द्वारा लगाए गए पोस्टर और होर्डिंग में केवल नीतीश कुमार के फोटो हैं.
महागठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने अलग से अपनी अपनी होर्डिंग लगायी हैं. इसमे पार्टी के नेताओं की फोटो लगाई गई हैं.
अहलूवालिया पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं जिसने इस समारोह के आयोजन के लिए नीतीश कुमार की खुल कर प्रसंशा की हैं. अहलूवालिया ने कहा कि नीतीश ने अतिथि देवो भव के अनुरूप आयोजन में कोई कसर नहीं छोड़ी हैं. हालांकि उनकी राज्य सरकार को सलाह है कि बिहार में सिख सर्किट के विकास पर और ध्यान देना चाहिए क्योंकि पंजाब के बाद सबसे बड़ा सिख सर्किट बिहार में ही है.
हालांकि अहलूवालिया का दावा है कि केंद्र ने इस आयोजन में अपने वादे के अनुसार आर्थिक मदद की लेकिन राज्य सरकार का अपना तर्क है कि इस आयोजन विशेष के लिए जो 100 करोड़ का वादा किया गया था वो आजतक राज्य सरकार को राशि नहीं मिली है.
अहलूवालिया के अलावा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी सोमवार को पटना पहुंचे थे और नीतीश कुमार से मुलाकात के पहले गुरु गोविन्द सिंह की जन्म स्थली ताख हरिमंदिर साहेब में माथा टेकने के बाद आयोजन की जमकर तारीफ की. मंगलवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमन्त्री अमरिंदर सिंह ने हरिमंदिर साहेब में माथा टेकने के बाद पटना के गांधी मैदान में टेंट सिटी में पहले लंगर में सेवा की और वहीं बैठ कर लंगर भी चखा.
हालांकि केजरीवाल हो या अमरिंदर सियासी मसलों पर कुछ भी बोलने से दोनों नेता बचते रहे. हालांकि नीतीश कुमार के साथ लंच के पहले अमरिंदर सिंह ने आयोजन की तारीफ करते हुए ये जरूर कहा कि "नीतीश जी ने जितना प्रबंध किया है उतना मैंने कहीं नहीं देखा.''
बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और बृहस्पतिवार को मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी भी शरीक होंगे. इस आयोजन में भाग लेने के लिए पूरे विश्व से सिख समुदाय के लोग पटना आ रहे हैं. पंजाब से 10 विशेष ट्रैन और 226 बसों का काफिला पटना के लिए चल चुका हैं. इसके अलावा दिल्ली से भी कई विशेष ट्रैन श्रद्धालुओं को लेकर पटना आ रही है. लोगों की इतनी बड़ी संख्या के मद्देनजर राज्य सरकार ने कई जगहों पर टेंट सिटी बनाई हैं. लेकिन सबसे ज्यादा भीड़ स्थानीय लोगों की देखी जा रही है.
हालांकि पटना शहर लोगों के स्वागत के होर्डिंग से भर गया है. हर राजनीतिक दल और स्वयंसेवी संगठन के लोगों ने अपनी अपनी होर्डिंग पूरे शहर में लगाई हैं. हालांकि राज्य सरकार द्वारा लगाए गए पोस्टर और होर्डिंग में केवल नीतीश कुमार के फोटो हैं.
महागठबंधन के सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने अलग से अपनी अपनी होर्डिंग लगायी हैं. इसमे पार्टी के नेताओं की फोटो लगाई गई हैं.
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