
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1 अक्टूबर को पटना मेट्रो का उद्घाटन कर सकते हैं
- पटना मेट्रो को रेलवे बोर्ड से परिचालन की आधिकारिक अनुमति मिल चुकी है और फाइनल ट्रायल सफल रहा है
- मेट्रो वर्तमान में तीन स्टेशनों आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ के बीच 3.3 किलोमीटर चलेगी
बिहार के पटना में मेट्रो का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1 अक्टूबर को पटना मेट्रो का उद्घाटन कर सकते हैं. पटना मेट्रो को रेलवे बोर्ड से परिचालन की आधिकारिक अनुमति मिल गई है. वहीं सोमवार को पटना मेट्रो का फाइनल ट्रायल पूरा कर लिया गया है. इस दौरान पहली बार पटना मेट्रो 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ी. मेट्रो रेल चीफ सेफ्टी कमिश्नर जनक गर्ग के नेतृत्व में टीम ने सभी पहलुओं की जांच की और ट्रायल रन को सफल माना.
फिलहाल मेट्रो 3 स्टेशन के बीच चलेगी. आईएसबीटी मेट्रो स्टेशन, जीरो माइल मेट्रो स्टेशन और भूतनाथ स्टेशन के बीच 3.3 किलोमीटर में मेट्रो का संचालन होगा. जल्द ही प्रायोरिटी कॉरिडोर के दूसरे स्टेशन भी इससे जुड़ेंगे.
प्रायोरिटी कॉरिडोर में मलाही पकड़ी से आईएसबीटी तक साढ़े 6 किलोमीटर एलिवेटेड सेक्शन है. इस कॉरिडोर में 5 स्टेशन हैं. न्यू आईएसबीटी, जीरो माइल बायपास, भूतनाथ रोड, खेमनीचक और पटना मेट्रो के दो कोरिडोर हैं. रेड लाइन 16.86 किलोमीटर का है. वहीं ब्लू लाइन 14.56 किलोमीटर का है. खेमनीचक और पटना जंक्शन दोनों लाइन के लिए इंटरचेंज प्वाइंट होंगे.
पटना मेट्रो के लिए रामचक बैरिया में 76 एकड़ में आईएसबीटी मेट्रो डिपो बनाया गया है यहां पर बोगियों का रखरखाव सफाई और उनकी तकनीकी जांच हो पाएगी. बिजली की आपूर्ति के लिए 2500 किलोवाट का सब स्टेशन तैयार किया गया है. पटना मेट्रो की सुरक्षा के लिए कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिस्टम काम करेगा. इस सिस्टम के तहत ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन और ऑटोमेटिक ट्रेन सुपरविजन से मेट्रो की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी.
पटना मेट्रो की बोगी को बिहार की विरासत पर संस्कृति से जुड़े प्रतीकों से सजाया गया है. बोगी पर नालंदा यूनिवर्सिटी गोलघर बोधगया मंदिर जैसे प्रतीक दिखाई देंगे. वहीं बोगी के अंदर मिथिला पेंटिंग की झलक भी दिखेगी.
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