- प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेकर बदलाव का दावा कर रही है
- प्रशांत किशोर खुद चुनाव मैदान में नहीं उतरे हैं और राघोपुर सीट से चुनाव लड़ने से इनकार किया है
- PK ने कहा कि वे अरविंद केजरीवाल की तरह राजनीति नहीं करते और मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव नहीं लड़ रहे हैं
प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी पहली बार बिहार चुनाव में उतरी है और दावा कर रही है कि वह बदलाव लेकर आएंगे. लेकिन प्रशांत किशोर खुद चुनाव मैदान में नहीं उतरे हैं. ऐसी अटकलें थी कि प्रशांत किशोर राघोपुर से उतर सकते हैं. आखिर, प्रशांत किशोर क्यों राघोपुर सीट से चुनाव में नहीं उतरे? एनडीटीवी से खास बातचीत में प्रशांत किशोर ने बताया, 'मैं अरविंद केजरीवाल की तरह राजनीति नहीं करता हूं, बिहार के सीएम चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ रहे होते, तो लोग कहते हैं पिछड़ों के नेता को हराने के लिए लड़ रहे हैं.'
एनडीटीवी के कार्यक्रम 'पावरप्ले' में प्रशांत किशोर ने कहा, 'अगर वह लड़ते तो चुनाव में और ज्यादा चैटर होता. 14 को जब रिजल्ट आएगा, जनसुराज को कितनी सीट और कितना वोट आएगा, उससे मेरी सफलता तय की जाएगी या राघोपुर में चुनाव लड़ने से. आंकड़े बता रहे हैं कि बिहार में एक तिहाई लोग एनडीए या महागठबंधन में किसी को वोट नहीं दे रहे हैं. राघोपुर में मैंने कहा था कि क्या हम यहां आए, वो सही था.'
प्रशांत किशोर ने कहा, 'तारापुर में महागठबंधन चुनाव नहीं लड़ रहा है, जनसुराज ही लड़ रहा है, वहां एक डबल एमडी डॉक्टर चुनाव लड़ रहा है. सम्राट चौधरी के खिलाफ वहां चुनाव लड़ रहा है. जनवरी से कैंडिडेट चुनने के लिए प्रक्रिया तय हुई थी. 12 हजार लोगों ने आवेदन दिया था, मेरे नाम से राघोपुर से लोगों ने आवेदन दे दिया. नहीं लड़ने का फैसला इस बात का था कि समय नहीं है अगर राघोपुर जाएंगे, तो दूसरी जगह देने के लिए समय नहीं होगा. अगर दो दिन चार दिन रह जाता दूसरी जगह मैं पहुंच सकता था वहां नहीं जा सकता. जो लोग हमारे भरोसे आकर चुनाव लड़ रहे हैं अगर उनको छोड़कर चुनाव लड़ने जाऊंगा तो उनके लिए सही नहीं होगा.
प्रशांत किशोर चुनाव प्रचार के दौरान कह रहे हैं कि वह बड़ा बदलाव लेकर आएंगे. हालांकि, साथ ही यह भी कहते हैं कि वह अर्श पर जाएंगे या फर्श पर होंगे, इसका क्या मतलब है? पीके ने बताया, 'देखिए, हमें बिहार चुनाव में या तो बड़ी सफलता मिलेगी, या फिर जनता हमें सिरे से नकार देगी. हम इस चुनाव में अगर फर्श पर रहे, तो सिर्फ 10 सीटों पर सिमट जाएंगे. अगर अर्श पर गए, तो 150 सीटें भी जीत सकते हैं.'
ये भी पढ़ें :- जाति-धर्म देखकर बांटे टिकट? बिहार चुनाव में PK का 'पावर प्ले' क्या है?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं