- पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए नवादा में अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने का प्रयास कर रहा है.
- मगध के कुल 26 विधानसभा सीटों में से पिछले चुनाव में महागठबंधन ने 19 सीटें जीत ली थी.
- पीएम मोदी की नवादा में यह चौथी रैली होगी, वो 2014 से लगातार यहां चुनाव प्रचार के लिए आ रहे हैं.
मगध में एनडीए अपनी ताकत दिखाने की तैयारी कर रहा है. 2 नवंबर यानी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर पांचों पांडव मौजूद होंगे. एनडीए के नेता खुद को पांच पांडव कहते रहे हैं. मगध क्षेत्र के नवादा में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, हम सेक्यूलर प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, एलजेपीआर प्रमुख चिराग पासवान और आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा शामिल हो रहे हैं. इस कार्यक्रम में इलाके के 14 उम्मीदवार भी मौजूद रहेंगे, जिसमें नवादा जिले के पांच उम्मीदवार, शेखपुरा के दो, गया के तीन और नालंदा के चार उम्मीदवार मौजूद रहेंगे. दरअसल, एनडीए नवादा में कार्यक्रम के जरिए आसपास के जिलों में अपना संदेश देना चाहती है.
मगध के 26 में 19 पर महागठबंधन
दरअसल, मगध क्षेत्र में पांच जिले नवादा, गया, औरंगाबाद, अरवल और जहानाबाद हैं. मगध में कुल 26 विधानसभा सीटें हैं. 2020 के पिछले चुनाव में मगध में एनडीए का प्रदर्शन खराब रहा है. 26 सीटों में से 19 पर महागठबंधन है. सिर्फ 6 पर एनडीए का कब्जा है. इसलिए एनडीए मगध में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहता है. इसलिए ये जुटान है.
पीएम मोदी की यात्रा कितनी शुभ-अशुभ
बिहार में चुनाव की घोषणा के बाद पीएम मोदी की मगध में पहली यात्रा है. नवादा में पीएम मोदी की सभा रखी गई है. नवादा मगध का प्रमुख केंद्र रहा है. 2 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवादा में चौथी बार पहुंचेंगे. इससे पहले वो 2024 में नवादा आए थे, जब लोकसभा का चुनाव था. तब बीजेपी के विवेक ठाकुर चुनाव जीते थे. बीजेपी कार्यकर्ता पीएम मोदी की यात्रा को शुभ मानते हैं. उनका तर्क है कि मोदी जब कभी आए हैं, बीजेपी की जीत हुई है.

मोदी 2020 में नवादा नहीं आए थे, इसलिए बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा. मगध में सिर्फ तीन सीटें ही बीजेपी जीत पाई, जिसमें नवादा की एक वारिसलीगंज सीट जीती. दो सीट गया जिले की वजीरगंज और गया सदर जीती. जबकि बाकी जगहों पर हार हुई. मोदी पहली दफा 2014 में नवादा आए थे, तब नरेंद्र मोदी पीएम के उम्मीदवार थे. तब गिरिराज सिंह जीते थे. इसके बाद 2015 में आए थे, तब बीजेपी नवादा की दोनों सीटें वारिसलीगंज और हिसुआ जीती थी. नवादा बीजेपी के जिला महामंत्री नंदकिशोर चौरसिया मोदी की यात्रा को पिछले परिणामों से जोड़कर देखते हैं.
कब कब नवादा आए नरेंद्र मोदी
- 2 अप्रैल 2014
- 8 अक्टूबर 2015
- 7 अप्रैल 2024
- 2 नवंबर 2025

19 माह बाद दोबारा उसी मैदान में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले 2014 में 2 अप्रैल 2014 को आईटीआई मैदान में आए थे, तब वे एनडीए के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे. दूसरी बार 8 अक्टूबर 2015 को विधानसभा चुनाव का प्रचार करने आए थे, जब भाजपा जदयू से अलग होकर चुनाव लड़ रही थी. तीसरी बार 7 अप्रैल 2024 को नवादा आए थे और कुंती नगर में विवेक ठाकुर के समर्थन में जनसभा की थी. अब 19 महीने बाद फिर प्रधानमंत्री उसी मैदान में विधानसभा उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभा के लिए आ रहे हैं.
सुरक्षा की मुक्कमल व्यवस्था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. प्रशासन और पुलिस के बड़े अधिकारी कई दिनों से नवादा में कैंप कर रहे हैं. सभा स्थल से कई किलोमीटर दूर तक निगरानी की जा रही है. नवादा नारदीगंज रोड , नवादा बिहार शरीफ रोड आदि सड़कों पर पुलिस का जबरदस्त पहरा है. सभास्थल को सुरक्षाबलों ने अपने घेरे में ले लिया है. मेटल डिटेक्टर, जैमर सहित अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं. सभा पंडाल में सुरक्षा के कई लेयर बनाए गए हैं. मंच , डी एरिया, वीआईपी दीर्घा के अलावा भी अलग-अलग जगहों बैरिकेडिंग की गई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं