
मानसून के दस्तक के साथ ही बाढ़ के रेड जोन कहे जाने वाले कटिहार में सांप काटने का मामला तेजी से बढ़ते जा रहा है और ऐसे मे सबसे बड़ी परेशानी स्वास्थ्य विभाग को लेकर है. जहां सांप काटने के मरीज के लिए मुकम्मल व्यवस्था नहीं है, सांप काटने से एक ही दिन में दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में दो मौत पर सदर अस्पताल में जमकर बवाल हुआ, पहला मामला कटिहार ललियाही मोहल्ला से जुड़ा हुआ है. जहां के रहने वाली 12 साल के प्रियांशी को सांप काटने के बाद जब उनके परिजन सदर अस्पताल ले आए तो उनका समुचित इलाज नहीं होने से उनकी मौत हो गई.

जबकि दूसरा मामला मानसही थाना क्षेत्र के कुरसेल गांव के 6 साल के मासूम फराद की मौत का है, दोनों अलग-अलग मामले में सांप काटने के बाद समुचित इलाज नहीं होने से दोनों की मौत का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर बवाल काटा. दोनों अलग-अलग थाना क्षेत्र के घटना में परिजनों के माने तो इलाज के नाम पर सदर अस्पताल में महज खाना पूर्ति किया जाता है. कटिहार सदर अस्पताल के डॉक्टर अब इलाज करते ही नहीं है सिर्फ मरीज को हायर सेंटर रेफर करने के लिए बैठे हुए हैं.

जबकि दूसरा मामला मानसही थाना क्षेत्र के कुरसेल गांव के 6 साल के मासूम फराद की मौत का है, दोनों अलग-अलग मामले में सांप काटने के बाद समुचित इलाज नहीं होने से दोनों की मौत का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर बवाल काटा. दोनों अलग-अलग थाना क्षेत्र के घटना में परिजनों के माने तो इलाज के नाम पर सदर अस्पताल में महज खाना पूर्ति किया जाता है. कटिहार सदर अस्पताल के डॉक्टर अब इलाज करते ही नहीं है सिर्फ मरीज को हायर सेंटर रेफर करने के लिए बैठे हुए हैं.
दरअसल पिछले कुछ महीनों से सदर अस्पताल के व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो गई है. और आए दिन सदर अस्पताल से मरीजों की हो रही परेशानी का खबर सुर्खियों में रहता है, सामाजिक संगठन से जुड़े लोग भी इस पर अब आवाज बुलंद कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें-: बिहार चुनाव से पहले RJD को नया प्रदेश अध्यक्ष, मंगनी लाल मंडल के नाम की औपचारिक घोषण
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं