
बिहार के शिक्षा विभाग में इन दिनों एक नाम सुर्खियों में छाया हुआ है. आईएएस एस. सिद्धार्थ. बिहार के अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत इस अधिकारी की कार्यशैली और सख्त रवैया लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है. कभी उनकी सफलता की कहानी प्रेरणा देती है, तो कभी उनके फैसले और व्यवहार पर लोग सवाल खड़ा करते हैं. हालांकि बिहार की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव के लिए वो लगातार एक्टिव नजर आ रहे हैं.
एस. सिद्धार्थ का नाम हाल ही में तब चर्चा में आया, जब उन्होंने एक शिक्षक को वीडियो कॉल के जरिए टोका. यह घटना उस समय की है, जब सिद्धार्थ ने राज्य के शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली की जांच के लिए अचानक एक शिक्षक से संपर्क किया. शिक्षक उस वक्त स्कूल में नहीं, बल्कि एक दुकान पर थे. सिद्धार्थ ने बिना देरी किए शिक्षक को फटकार लगाई और ड्यूटी के प्रति लापरवाही पर सख्त नाराजगी जताई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई कर चुके हैं एस सिद्धार्थ
एस. सिद्धार्थ का जन्म तमिलनाडु में हुआ था, लेकिन उनकी कर्मभूमि बिहार बन गई. उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि किसी प्रेरणादायक कहानी से कम नहीं है. उन्होंने आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और उसके बाद आईआईएम अहमदाबाद से प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पूरा किया. इसके बाद वे सिविल सेवा में आए और 1991 बैच के आईएएस अधिकारी बने.
बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बदलने में लगे हैं सिद्धार्थ
बिहार में शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद सिद्धार्थ ने कई बड़े कदम उठाए. वे शिक्षकों की उपस्थिति, स्कूलों की स्थिति और बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता पर नजर रखते हैं. उनकी कोशिश है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर हो और शिक्षक अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से लें. लेकिन उनके इस सख्त रवैये को लेकर विवाद भी कम नहीं हुए. कुछ महीने पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक प्रगति यात्रा के दौरान सिद्धार्थ को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई थी. नीतीश ने कहा था, "आप मेरी बात नहीं समझ रहे. कुछ नहीं जानते हैं." इस घटना ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं थी.
पेंटर, फोटोग्राफर और कार्टूनिस्ट भी हैं सिद्धार्थ
डॉ. एस सिद्धार्थ 1991 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली से सूचना प्रौद्योगिकी में डॉक्टरेट की डिग्री (पीएचडी) प्राप्त की है. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (1987) से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में स्नातक (बीटेक) किया था, और भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (1989) से एमबीए भी किया था. वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में अपनी दूसरी पीएचडी भी कर रहे हैं. वे वर्तमान में बिहार के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव हैं. वे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और कैबिनेट सचिवालय के अपर मुख्य सचिव के पद पर भी कार्यरत हैं . वे एएन सिन्हा सामाजिक अध्ययन संस्थान के निदेशक और एलएन मिश्रा आर्थिक विकास एवं सामाजिक परिवर्तन संस्थान के निदेशक भी हैं. डॉ. सिद्धार्थ एक प्रशिक्षु पायलट , पेशेवर वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर , एक पेंटर और एक कार्टूनिस्ट भी हैं.
ये भी पढ़ें-: बिहार सरकार के मंत्रियों की हो गई बल्ले-बल्ले, इतनी बढ़ी सैलरी, नीतीश कैबिनेट ने लिए कई बड़े फैसले
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं