
- बिहार विधानसभा चुनाव में JDU ने गोपालपुर से गोपाल मंडल की जगह शैलेश कुमार मंडल को टिकट दिया है
- टिकट कटने से नाराज गोपाल मंडल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया और पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं
- गोपाल मंडल का कहना है कि पार्टी में सवर्ण जाति के लोग अधिक हैं और अतिपिछड़ा वर्ग के लोग नजरअंदाज हो रहे हैं
बिहार विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से गोपाल मंडल की जगह शैलेश कुमार मंडल उर्फ बुलो मंडल को टिकट दिया है. गोपाल मंडल पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठे थे और टिकट की मांग कर रहे थे. लेकिन उनका धरना प्रदर्शन काम नहीं आया. गोपालपुर से विधायक गोपाल मंडल का टिकट कटने से सियासी हलचल तेज हो गई है.
गोपाल पुर विधानसभ क्षेत्र का चुनाव अब दिलचस्प हो गया है, क्योंकि टिकट कटने से नाराज गोपाल मंडल ने अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. नाराजगी जाहिर करते हुए गोपाल मंडल ने जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं. गोपाल मंडल ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि मेरा टिकट कैसे कट गया? नीतीश कुमार मुझे जेडीयू में लाए थे और उन्होंने ही मेरा समर्थन किया था. लेकिन, अब नीतीश कुमार को पार्टी के बड़े नेताओं ने हाईजैक कर लिया है. उन्हें दिग्भ्रमित किया जा रहा है. उनके आसपास अब सिर्फ सवर्ण जाति के लोग बैठते हैं, अतिपिछड़ा वर्ग के लोग नहीं.'
कुल 101 उम्मीदवारों की सूची
- पिछड़ा वर्ग के 37 उम्मीदवार
- अति पिछड़ा वर्ग के 22 उम्मीदवार
- सामान्य वर्ग से 22 उम्मीदवार
- अनुसूचित जाति के 15 उम्मीदवार
- अल्पसंख्यक के 04 उम्मीदवार
- अनुसूचित जनजाति के 1 उम्मीदवार
- 13 महिलाएं भी शामिल
'टिकट मेरी जेब में थे'
गोपाल मंडल ने अपनी बेबाकी के लिए मशहूर शैली में कहा, 'मैं थोड़ा बड़बोला हूं, जो बात है, उसे सीधे बोल देता हूं.' उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर भी बयान दिया और कहा, 'मैं हमेशा पिस्तौल या राइफल रखता हूं. अगर कोई मुझे गोली मार दे, तो क्या मैं चुप रहूंगा या चुम्मा लूंगा?' गोपाल मंडल ने आत्मविश्वास जताते हुए कहा कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और जीत का भरोसा है. टिकट मेरे जेब में था, लेकिन कैसे कट गया, ये बात तो नीतीश कुमार ही बता सकते है. मुझसे कोई मुकाबला नहीं, जीत हमारी ही होगी.
आरजेडी से टिकट का ऑफर था, लेकिन...
गोपाल मंडल ने यह भी खुलासा किया कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की ओर से भी उन्हें ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उन्होंने कहा, 'मेरी आस्था अब भी नीतीश कुमार में है, लेकिन पार्टी में कुछ गलत हो रहा है. उन्होंने बताया कि वे पंडित से शुभ मुहूर्त देखकर नामांकन दाखिल करेंगे. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि जीत दर्ज करने के बाद वह किसके साथ जाएंगे.
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