बिहार के पूर्णिया में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की टीम एक रेप के आरोपी को पकड़ने के लिए पहुंची थी, लेकिन ग्रामीणों ने दिल्ली पुलिस की टीम को बंधक (Delhi Police Hostage by Villagers) बना लिया. दरअसल, पुलिस आरोपी के घर के बजाए किसी दूसरे शख्स के घर में घुस गई. इसी के चलते बवाल बढ़ गया. दिल्ली पुलिस की इस हरकत से गुस्साए लोगों ने दिल्ली पुलिस के एसआई विकास यादव और इस टीम में शामिल अन्य 4 पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया. मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय कसबा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ. मामला कसबा थाना क्षेत्र के गुदड़ी बाजार का है.
इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस के एसआई विकास यादव ने बताया कि वे रेप केस में फरार चल रहे विक्की ठाकुर नाम के आरोपी को पकड़ने दिल्ली से पूर्णिया पहुंचे थे. जानकारी मिली थी कि आरोपी दिल्ली से भागकर कसबा थाना क्षेत्र के गुदड़ी बाजार इलाके में स्थित अपने ससुराल में छिपा है. हालांकि वे भूलवश आरोपी विक्की ठाकुर के घर के बजाए किसी कृष्णा चौधरी नाम के शख्स के घर में घुस गए. अपनी इस भूल के लिए हमने लिखित में माफी मांगी है.
आरोपी की तलाश में घर में अचानक घुसी दिल्ली पुलिस
मामले की जानकारी देते हुए कृष्णा चौधरी और उनकी पत्नी ने बताया कि वे अपनी पत्नी के साथ बेडरूम में थे कि तभी अचानक दिल्ली पुलिस की टीम उनके बेडरूम में घुस आई. इनमें से एसके वर्दी में था, जबकि बाकी के चार सादे लिबास में थे. वे कुछ पूछते इससे पहले ही उन्होंने मेरी और मेरी पत्नी की कलाई पकड़ी और जबरन खींचते हुए घर के बाहर ले गए. जब पूछा कि उनकी गलती क्या है.
इस पर दिल्ली पुलिस पुलिस की टीम ने बताया कि वे रेपकांड के आरोपी विक्की ठाकुर को पकड़ने पहुंचे हैं. इस पर उन्होंने बताया कि वे विक्की नहीं, न ही वे दिल्ली गए हैं और उन्होंने किसी का कोई रेप किया है. इसके बाद उन्होंने घर वालों को उनका आधार कार्ड दिखाने को कहा. आधार कार्ड देखने पर पुलिस वालों को अपनी गलती का एहसास हुआ.
गुस्साए लोगों का दिल्ली पुलिस पर फूटा गुस्सा
दिल्ली पुलिस की इस हरकत से गुस्साए लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. इससे नाराज लोगों ने दिल्ली पुलिस की टीम को बंधक बना लिया. मामले की जानकारी देते हुए एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि दिल्ली पुलिस की टीम रेप के आरोपी को पकड़ने कसबा पहुंची थी. हालांकि उन्होंने स्थानीय पुलिस की कोई मदद नहीं ली. टीम आरोपी की जगह किसी दूसरे घर में घुस गई थी. मामले की जानकारी मिलते ही कसबा थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनबी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे, जिसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम को मुक्त कराया गया.
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