बिहार (Bihar) के कटिहार रेल मंडल के आला अधिकारियों के तानाशाही रवैये से रेलवे रैक पॉइंट में रखा करोड़ों का अनाज बर्बाद हो रहा है. दरअसल यास तूफान (Yaas Cyclone) की पूर्व से सूचना के बावजूद कटिहार रेल मंडल ने रैक पॉइंट से जुड़ी व्यवस्था में कोई तब्दीली नहीं की और इसी को लेकर व्यापारियों के अनाज और सीमेंट भीगने से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. इतना ही नहीं, एफसीआई और एसएससी में सप्लाई होने वाले गेहूं भी पानी में भीगने से बर्बाद हो गए हैं.
रैक पॉइंट में काम करने वाले मजदूर कहते हैं कि व्यापारियों ने कई बार रेल प्रशासन से व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है लेकिन रेल प्रशासन ने भारी भरकम पेनाल्टी लगाकर रैक पॉइंट से जुड़े व्यापारियों को परेशान करके रखा है, जिस कारण यहां 24 घंटे काम करने वाले मजदूरों को भी परेशानी हो रही है. कटिहार रेलवे रैक पॉइंट में यास तूफान का इफेक्ट और इसको लेकर रेलवे के आला अधिकारी कितने जिम्मेदार हैं, मजदूर और कर्मचारी इस बारे में बताते हैं.
पीएम मोदी ने यास तूफान से प्रभावित राज्यों के लिए 1000 करोड़ रुपये की राहत का किया ऐलान
एक मजदूर ने कहा कि बारिश की वजह से अनाज और सीमेंट बर्बाद हो गया. 40 हजार रुपये घंटे का फाइन है. रेलवे की ओर से माल बचाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. रैक पॉइंट के एक कर्मचारी ने आरोप लगाया कि मंडल के DRM मनमानी करते हैं. मजदूरों का शोषण किया जा रहा है.
VIDEO: बिहार में भारी बारिश के बाद सड़कों पर भरा पानी, यातायात प्रभावित
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं