
- बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को महिलाओं के हित में 2 बड़ी घोषणाएं की.
- बिहार में आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 7,000 से बढ़ाकर 9,000 और सहायिका का मानदेय 4,000 से बढ़ाकर 4,500 किया गया
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं के लिए 80 पिंक बसों का लोकार्पण किया, जो केवल महिलाओं के लिए संचालित होंगी.
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार अलग-अलग वर्ग पर तोहफों की बारिश कर रही है. सीएम नीतीश कुमार दना-दन एक के बाद एक ऐलान कर रहे हैं. सोमवार को उन्होंने महिलाओं के लिए 2 बड़े तोहफे दिए. पहले महिलाओं के लिए 80 पिंक बसों को हरी झंडी दिखाई और फिर आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया. सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी इसकी जानकारी दी. कहा कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण और जीवन स्तर में सुधार करने में आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. उनकी इसी भूमिका का सम्मान करते हुए हम लोगों ने उनके मानदेय में वृद्धि करने का निर्णय लिया है.
कितना बढ़ जाएगा मानदेय?
बिहार में अब आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 7,000 रुपए से बढ़ाकर 9,000 रुपए कर दिया गया है, जबकि आंगनबाड़ी सहायिका का मानदेय 4,000 रुपए बढ़ाकर 4,500 रुपए कर दिया गया है. इसका ऐलान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है.
उन्होंने कहा, 'नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही हम लोगों ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है और इसके लिए समेकित बाल विकास परियोजना के माध्यम से 6 प्रकार की सेवाएं प्रदान की जा रही हैं. इन सेवाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लाभुकों को उपलब्ध कराने में आंगनबाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. उनके अहम योगदान को देखते हुए उनकी मानदेय राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा, 'इससे सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहायिकाओं का मनोबल बढ़ेगा तथा समेकित बाल विकास सेवाएं और बेहतर होंगी.'
महिलाओं के लिए पिंक बस सेवाएं
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए 80 पिंक बसों का लोकार्पण किया. इसके साथ ही राज्यभर की 1,065 बसों में ई-टिकट सुविधा की भी शुरुआत की गई.
उन्होंने एक्स पर लिखा, 'बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की 1,065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा लागू करने का शुभारंभ किया तथा द्वितीय चरण में नई 80 पिंक बसों का लोकार्पण भी किया. इन बसों में केवल महिलाएं ही यात्रा कर सकती हैं. इन पिंक बसों के परिचालन से महिलाओं का सफर ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक होगा और उन्हें आवागमन में काफी सहूलियत होगी. साथ ही ई-टिकटिंग की व्यवस्था से राज्य के लोगों को विभिन्न जगहों पर यात्रा करने में सुगमता होगी.'
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