Bihar Coronavirus Update: बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से पिछले 24 घंटों में 93 लोगों की मौत होने के साथ ही महामारी से मरने वालों की संख्या सोमवार को 4642 हो गई है. वहीं संक्रमण के 2844 नए मामले आने के साथ ही राज्य में अभी तक कुल 6,92,420 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, राज्य में पिछले 24 घंटों में संक्रमण से रोहतास में ग्यारह, पटना में दस, पश्चिम चंपारण एवं सारण में आठ-आठ, बक्सर में सात, सिवान में छह, बांका, भोजपुर एवं कैमूर में पांच-पांच, नालंदा में तीन, बेगूसराय, गया, गोपालगंज, जमुई, खगड़िया, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, नवादा एवं सुपौल में दो-दो तथा अररिया, औरंगाबाद, दरभंगा, कटिहार, मधेपुरा, मधुबनी एवं मुंगेर में एक-एक मरीज की मौत हुई है.
राज्य में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 490 मामले प्रदेश की राजधानी पटना में आए हैं. इसके अलावा अररिया में 90, औरंगाबाद में 124, बेगूसराय में 141, भागलपुर में 79, पूर्वी चंपारण में 83, गया में 139, गोपालगंज में 75, कटिहार में 132, मुंगेर में 75, मुजफ्फरपुर में 92, नालंदा में 94, पूर्णिया में 56, समस्तीपुर में 201, शिवहर में 50, सिवान में 56, सुपौल में 94, वैशाली में 80 तथा पश्चिम चंपारण में 104 तथा बाकी अन्य जिलों में 50 से कम संक्रमण के मामले पिछले 24 घंटों में आए हैं.
राज्य में अभी तक कुल 6,92,420 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिनमें से 6,49,835 संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. राज्य में फिलहाल कोविड के 37,942 मरीज उपचाराधीन हैं और रिकवरी दर प्रतिशत 93.85 है.
बिहार में सोमवार को 18 से 44 वर्ष और 45 वर्ष से उपर सहित 1,55,905 लोगों ने कोविड-19 का टीका लगाया गया. प्रदेश में अबतक 99,85,609 लोग टीका लगवा चुके हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम आपदा प्रबंधन समूह की बैठक कर संक्रमण की अद्यतन स्थिति एवं लॉकडाउन की अवधि विस्तार पर निर्णय लिया गया. बैठक में उन्होंने कहा कि प्रतिदिन औसतन लगभग 1 लाख 27 हजार जांच की जा रही है और इस संख्या को हमें 1.50 लाख से ऊपर ले जाना है.
नीतीश ने कहा कि मार्च महीने में 10 लाख की आबादी पर देश में प्रतिदिन जितनी औसतन जांच हो रही थी उसकी तुलना में बिहार में 14 हजार जांच अधिक हो रही थी. सभी लोगों के टीकाकरण के लिए हमलोग सतत प्रयत्नशील हैं.
उन्होंने बताया कि कोरोना से मरने वालों के अश्रितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जा रही है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सामूहिक रसोई के माध्यम से सभी जरुरतमंद लोगों को दोनों समय भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. प्रत्येक प्रखंड में सामुदायिक रसोई की शुरुआत की गई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान इच्छुक लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण संक्रमण की दर में गिरावट आयी है. पहले तीन सप्ताह तक लॉकडाउन की अवधि का विस्तार किया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम आए हैं. उन्होंने कहा कि सहयोगी मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा के आधार पर 26 मई से 1 जून तक लॉकडाउन की अवधि का विस्तार का निर्णय लिया गया है.
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