बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वोटों की गिनती जारी है और एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ एनडीए की सरकार बनती नजर आ रही है. महागठंबधन को बड़ा डेंट लग रहा है जो सरकार बनाना तो दूर 50 के आसपास सीटों पर सिमटता दिख रहा है. हालांकि जब बिहार चुनाव की धूल शांत हो जाएगी, तो कई पार्टियों पर अलग से बात होगी. वो पार्टियां जो सीटों के लिहाज से बिग प्लेयर तो नहीं थी लेकिन जिसका प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में एक मैसेज देता है. उनमें से एक असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) है.
AIMIM ने इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में कुल 25 उम्मीदवार उतारे थे और पार्टी इनमें से 5 सीटों पर आगे हैं. कोचाधामन सीट पर पार्टी उम्मीदवार सरवर आलम आगे हैं. अमौर सीट से पार्टी उम्मीदवार अख्तरुल ईमान ने बढ़त बनाई है. बैसी सीट पर भी पार्टी उम्मीदवार गुलाम सरवर एक नंबर पर है. वहीं जोकीहाट से पार्टी उम्मीदवार मोहम्मद मुर्शिद आलम सबसे आगे हैं. ठाकुरगंज से पार्टी उम्मीदवार गुलाम हसनैन एक नंबर पर हैं.
चार जिलों - अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया से बने सीमांचल क्षेत्र में 24 विधानसभा सीटें हैं और राज्य की मुस्लिम आबादी का एक बड़ा हिस्सा है. 2020 में, एनडीए ने इस क्षेत्र से 12 सीटें और महागठबंधन ने सात सीटें जीती थीं.
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