पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
कल्याणपुर (समस्तीपुर):
बिहार विधानसभा चुनाव में समस्तीपुर के कल्याणपुर में मुकाबला चाचा-भतीजा के बीच है। एक तरफ जहां राम विलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर ताल ठोक रहे हैं, तो दूसरी ओर रिश्ते में उनके चाचा जनता दल (युनाइटेड) के उम्मीदवार व पूर्व सांसद महेश्वर हजारी चुनौती दे रहे हैं।
समस्तीपुर लोकसभा सीट में आती है यह विधानसभा सीट
कल्याणपुर हालांकि जद (यू) का गढ़ रहा है, लेकिन इस बार 12 अक्टूबर को होने वाले मतदान में चाचा-भतीजा में किसका सितारा बुलंद होगा, यह बता पाना मुश्किल है। कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में आता है, जहां से राम विलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान सांसद हैं।
2014 लोकसभा चुनाव में एनडीए जीती
कभी कल्याणपुर का प्रतिनिधित्व करने वाले हजारी साल 2014 में हुए आम चुनाव में रामचंद्र पासवान से 73 हजार मतों से हार गए थे। इससे पहले साल 2009 में हजारी ने पासवान को शिकस्त दी थी।
हजारी मशहूर समाजवादी नेता दिवंगत राम सेवक हजारी के बेटे हैं, जो कल्याणपुर से छह बार विधायक रह चुके थे। राम सेवक हजारी राम विलास पासवान के संबंधी हैं।
कल्याणपुर में कुल 2.83 लाख मतदाता हैं, जिनमें महिलाओं की तादाद 1.31 लाख है। इस क्षेत्र में भूमिहार, कुशवाहा व पासवान समुदाय के लोगों की संख्या अधिक है।
पिछली चुनाव में जेडीयू का परचम लहराया था
पिछले विधानसभा चुनाव में जद (यू) की रजिया खातून ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज कुमार यादव को 15,402 मतों के अंतर से हराया था। उस वक्त जद (यू) व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच गठबंधन था। अब परिस्थितियां अलग हैं। जद (यू) और राजद एक नाव में सवार हैं, जबकि उनका सीधा मुकाबला भाजपा व उसके सहयोगियों से है।
पीएम मोदी के करिश्मे से आश
लंदन से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में स्नातकोत्तर की उपाधि लेने वाले प्रिंस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे का या फिर जातिगत आंकड़ों का ही भरोसा है। उन्हें युवा मतदाताओं का समर्थन मिल सकता है।
इलाके में दूध की बिक्री करने वाले संजय राय ने कहा, "हमने एक नवयुवक संघ का गठन किया है और प्रिंस को समर्थन देने का फैसला किया है।"
लालू से युवा नाराज़
उन्होंने कहा, "लालू जी ने युवाओं के लिए कुछ नहीं किया। युवा के नाम पर उन्होंने अपने बेटों को बढ़ावा दिया। उन्होंने हाल में कहा कि हिंदू भी गोमांस खाते हैं। मैं यादव हूं और यदुवंशी कभी गोमांस नहीं खा सकता।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए व्यापारी तबरेज ने कहा, "मैंने 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी जी को वोट दिया था, क्योंकि उस वक्त मोदी की लहर थी।"
तबरेज ने कहा, "लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी है। मुकाबला हजारी व प्रिंस के बीच है।" उन्होंने कहा, "इस बार तो हवा नीतीश जी की है।"
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के उम्मीदवार जीवच पासवान का मत कुछ और है। जीवच के मुताबिक, कल्याणपुर में मुकाबला त्रिकोणीय है।
उन्होंने कहा, "जद (यू) तथा लोजपा दोनों के उम्मीदवार राजनीतिक परिवारों से संबंधित हैं। कल्याणपुर के लोग वंशवादी राजनीतिक को नकार देंगे। चाचा-भतीजा को हराकर इसे भाकपा (माले) साबित कर देगी।"
कल्याणपुर के राजनीतिक महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नीतीश व लालू यादव दोनों ने ही चुनाव प्रचार की शुरुआत इस निर्वाचन क्षेत्र से की।
वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) तथा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी इस सीट पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
समस्तीपुर लोकसभा सीट में आती है यह विधानसभा सीट
कल्याणपुर हालांकि जद (यू) का गढ़ रहा है, लेकिन इस बार 12 अक्टूबर को होने वाले मतदान में चाचा-भतीजा में किसका सितारा बुलंद होगा, यह बता पाना मुश्किल है। कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में आता है, जहां से राम विलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान सांसद हैं।
2014 लोकसभा चुनाव में एनडीए जीती
कभी कल्याणपुर का प्रतिनिधित्व करने वाले हजारी साल 2014 में हुए आम चुनाव में रामचंद्र पासवान से 73 हजार मतों से हार गए थे। इससे पहले साल 2009 में हजारी ने पासवान को शिकस्त दी थी।
हजारी मशहूर समाजवादी नेता दिवंगत राम सेवक हजारी के बेटे हैं, जो कल्याणपुर से छह बार विधायक रह चुके थे। राम सेवक हजारी राम विलास पासवान के संबंधी हैं।
कल्याणपुर में कुल 2.83 लाख मतदाता हैं, जिनमें महिलाओं की तादाद 1.31 लाख है। इस क्षेत्र में भूमिहार, कुशवाहा व पासवान समुदाय के लोगों की संख्या अधिक है।
पिछली चुनाव में जेडीयू का परचम लहराया था
पिछले विधानसभा चुनाव में जद (यू) की रजिया खातून ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज कुमार यादव को 15,402 मतों के अंतर से हराया था। उस वक्त जद (यू) व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच गठबंधन था। अब परिस्थितियां अलग हैं। जद (यू) और राजद एक नाव में सवार हैं, जबकि उनका सीधा मुकाबला भाजपा व उसके सहयोगियों से है।
पीएम मोदी के करिश्मे से आश
लंदन से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में स्नातकोत्तर की उपाधि लेने वाले प्रिंस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे का या फिर जातिगत आंकड़ों का ही भरोसा है। उन्हें युवा मतदाताओं का समर्थन मिल सकता है।
इलाके में दूध की बिक्री करने वाले संजय राय ने कहा, "हमने एक नवयुवक संघ का गठन किया है और प्रिंस को समर्थन देने का फैसला किया है।"
लालू से युवा नाराज़
उन्होंने कहा, "लालू जी ने युवाओं के लिए कुछ नहीं किया। युवा के नाम पर उन्होंने अपने बेटों को बढ़ावा दिया। उन्होंने हाल में कहा कि हिंदू भी गोमांस खाते हैं। मैं यादव हूं और यदुवंशी कभी गोमांस नहीं खा सकता।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए व्यापारी तबरेज ने कहा, "मैंने 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी जी को वोट दिया था, क्योंकि उस वक्त मोदी की लहर थी।"
तबरेज ने कहा, "लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी है। मुकाबला हजारी व प्रिंस के बीच है।" उन्होंने कहा, "इस बार तो हवा नीतीश जी की है।"
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के उम्मीदवार जीवच पासवान का मत कुछ और है। जीवच के मुताबिक, कल्याणपुर में मुकाबला त्रिकोणीय है।
उन्होंने कहा, "जद (यू) तथा लोजपा दोनों के उम्मीदवार राजनीतिक परिवारों से संबंधित हैं। कल्याणपुर के लोग वंशवादी राजनीतिक को नकार देंगे। चाचा-भतीजा को हराकर इसे भाकपा (माले) साबित कर देगी।"
कल्याणपुर के राजनीतिक महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नीतीश व लालू यादव दोनों ने ही चुनाव प्रचार की शुरुआत इस निर्वाचन क्षेत्र से की।
वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) तथा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी इस सीट पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
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