बेंगलुरु:
कर्नाटक में सरकारी बसों की पिछले तीन दिनों से चली आ रही हड़ताल बुधवार को खत्म हो गई। लगभग 1 लाख 25 हजार कर्मचारी हड़ताल पर थे, जिससे 23,000 सरकारी बसों की सेवा बाधित थी। सरकार और हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के तक़रीबन आधे दर्जन संघों के साथ बुधवार को बेंगलुरु में दो बार बैठक हुई।
इन बैठकों का नतीजा ये हुआ कि वेतन में 30 फीसदी बढ़ोतरी की मांग पर अड़े यूनियन 18 फीसदी बढ़ोतरी की बात पर आ गए। राज्य के परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने बताया कि बातचीत के बात मामला निर्णायक दौर में पहुंच चुका था। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने भी थोड़ा लचीलापन दिखाया और 10 फीसदी की जगह 12.5 फीसदी वेतन बढ़ाने पर राजी हो गए।
हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के वरिष्ठ नेता अनंत सुब्बा राव ने बताया कि बातचीत वेतन बढ़ोतरी के अलावा कई दूसरे मुद्दों पर सहमति के बाद बनी है। जैसे ट्रांसफर के मामले के साथ-साथ भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में कार्रवाई जांच पूरी होने के बाद ही की जाए।
इन बैठकों का नतीजा ये हुआ कि वेतन में 30 फीसदी बढ़ोतरी की मांग पर अड़े यूनियन 18 फीसदी बढ़ोतरी की बात पर आ गए। राज्य के परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने बताया कि बातचीत के बात मामला निर्णायक दौर में पहुंच चुका था। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने भी थोड़ा लचीलापन दिखाया और 10 फीसदी की जगह 12.5 फीसदी वेतन बढ़ाने पर राजी हो गए।
हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के वरिष्ठ नेता अनंत सुब्बा राव ने बताया कि बातचीत वेतन बढ़ोतरी के अलावा कई दूसरे मुद्दों पर सहमति के बाद बनी है। जैसे ट्रांसफर के मामले के साथ-साथ भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में कार्रवाई जांच पूरी होने के बाद ही की जाए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं