Astrology: कुंडली के छठे भाव में राहु को अच्छा और सकारात्मक माना जाता है. इस भाव में राहु के प्रभाव से जातक दीर्घायु होगा. राहु के प्रभाव से जातक हर मुश्किल का सामना करने में सक्षम होता है. हालांकि, राहु को बाधक ग्रह भी माना जाता है. उसके प्रभाव से कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं. कुंडली का छठा भाव करियर के साथ ही रोजमर्रा के कार्यों और सेहत से भी जुड़ा होता है. इस भाव में राहु के प्रभाव से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन आमतौर पर जातक निरोगी और दीर्घायु होता है. राहु के इस भाव में प्रभाव से व्यक्ति काफी बुद्धिमान होता है और उसमें साहस और धैर्य भी देखने को मिलता है.
राहु के सकारात्मक प्रभाव
छठे भाव में राहु के सकारात्मक प्रभाव की बात करें तो राहु के प्रभाव से जातक की आर्थिक स्थिति बेहतर होती है. व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है. इस भाव में राहु के प्रभाव से जातक को जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है. सरकार की ओर से भी लाभ मिलता है. अपने कार्यों में जातक को लाभ होता है. शत्रुओं पर भी जीत प्राप्त होती है.
राहु के नकारात्मक प्रभाव
राहु के नकारात्मक प्रभाव की बात करें तो छठे भाव में राहु के कारण जातक को मानसिक तनाव का अनुभव हो सकता है. राहु के कारण गलत लोगों के साथ आपकी संगति हो सकती है. ऐसे में आपको ध्यान रखने की जरूरत है. आपको कई ऐसी बीमारियां भी हो सकती हैं जिनका पता न चले. इसलिए समय-समय पर जांच कराने की जरूरत होगी.
वैवाहिक जीवन पर प्रभाव
वैवाहिक जीवन पर राहु के प्रभाव की बात करें तो आपका जीवन अच्छा रहेगा. आपका जीवनसाथी भी अच्छे स्वभाव वाला होगा. संबंधों के लिहाज से देखें तो मामा या चाचा पक्ष से आपको ज्यादा सुख नहीं मिलेगा.
करियर पर प्रभाव
करियर पर प्रभाव की बात करें तो छठे भाव में राहु के कारण व्यक्ति को चिकित्सा से जुड़े करियर में सफलता मिल सकती है. शोध कार्यों से भी जातक का जुड़ाव हो सकता है. जातक को अपने जीवन में आर्थिक तंगी का भी सामना नहीं करना पड़ता. जातक को जीवन में सुख-सुविधा के सारे साधन मिलते हैं. हालांकि, नौकरी आदि में अस्थिरता देखने को मिल सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)