
मेघालय विधानसभा चुनाव में 'जीतकर' भी क्या 'हार' जाएगी कांग्रेस? ये होंगे गेमचेंजिंग फैक्टर... (फाइल फोटो)
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मेघालय में 31 सीटों के जादुई आंकड़े से दूर है कांग्रेस
कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी लेकिन बीजेपी ने कमर कसी
कांग्रेस ने राज्यपाल गंगा प्रसाद से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया
31 सीटों के जादुई आंकड़े से दूर कांग्रेस को चुनौती पेश करते हुए बीजेपी वहां गैर-कांग्रेसी सरकार बनाने की जबरदस्त कवायद में जुट गई है और इतिहास साक्षी है कि गोवा और मणिपुर में सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बावजूद कांग्रेस सरकार बनाने में नाकाम रही थी. ऐसे में मेघालय में सरकार बनाने को लेकर जहां बीजेपी उत्साहित है, बावजूद इसके कि वह बेहद अल्पमत में है.अमित शाह ने कल शाम कहा- मेघालय में कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला है. वहां के विधायक जिसका समर्थन करेंगे उसकी सरकार बनेगी.
त्रिपुरा और नागालैंड में जीत के बाद 29 में से 21 राज्यों में बीजेपी की सरकार
सत्ताधारी कांग्रेस 21 सीटें जीतकर अकेली सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है लेकिन यह संख्या बहुमत से 9 सीट कम है. ऐसे में किसके पास क्या हो सकते हैं विकल्प, ये देखना दिलचस्प होगा...
कांग्रेस के पास 21 सीटें, एनपीपी की 19 सीटें...
60 सीटों में से कांग्रेस को 21 सीटें मिलीं और दूसरी बड़ी पार्टी के तौर पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के खाते में 19 सीटें आईं. कांग्रेस के पास विकल्प है कि वह एनपीपी के साथ मिलकर सरकार बना ले. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ, अहमद पटेल को कांग्रेस नीत सरकार बनाने का तरीका खोजने के लिए शिलॉन्ग भेजा गया है. पार्टी के नेता मुकुल वासनिक पहले से ही मौजूद हैं. कमलनाथ का कहना है कि पार्टी के पास विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए जरूरी विधायकों की संख्या है.
मेघालय विधानसभा चुनाव परिणाम 2018 : मुख्यमंत्री मुकुल संगमा दोनों विधानसभा सीटों से जीते
बीजेपी के पास 2 सीटें, एनपीपी की 19 सीटें...
बीजेपी ने किरण रिजीजू और केजे अलफोंस को मेघालय का पर्यवेक्षक बनाया गया है. बीजेपी 19 सीटें जीतने वाली दिवंगत पीए संगमा की पार्टी एनपीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है. कहा भी जा रहा है कि बीजेपी मेघालय में एनपीपी से बातचीत चल रही है. हालांकि बावजूद बीजेपी को निर्दलीय और स्थानीय पार्टियों के समर्थन की दरकार रहेगी.
स्थानीय पार्टियों का रुख...
चूंकि राज्य में स्थानीय पार्टियों ने चुनाव ही कांग्रेस को गद्दी से हटाने के लिए लड़ा था, ऐसे में यह कयास लगाने का कोई आधार नहीं हैं कि स्थानीय पार्टियां कांग्रेस को सरकार बनाने में समर्थन देंगी. यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी, हिल्स स्टेट पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, गारो नेशनल कांउसिल ने राज्य में कुल 8 सीटें जीती हैं जबकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी 4 सीटें जीती हैं. ऐसे में इनका समर्थन बीजेपी और एनपीपी को जा सकता है.
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