राहुल गांधी ने मांगी थी कार्यकर्ताओं से सलाह
नई दिल्ली:
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) में जीत के बाद राज्य का मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए यह कांग्रेस (Congress) के लिए एक बड़ा सवाल था. पार्टी, युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) के नाम को लेकर उलझन में थी. पार्टी हाईकमान की कई मीटिंग के बाद भी जब यह गुत्थी नहीं सुलझती दिख रही थी तब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पहली बार एक अनोखा तरीका अपनाया. उन्होंने मध्यप्रदेश समेत अन्य दो राज्यों में किसे मुख्यमंत्री बनाया जाए यह जानने के लिए कार्यकर्ताओं से उनकी राय मांगी. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक ऑडियो टेप जारी किया. जिसमें वह अपने कार्यकर्ताओं से अनुरोध कर रहे हैं कि आप बैगर किसी हिचक से अपनी पसंद बताएं. राहुल गांधी उन्हें यह भी आश्वासन दे रहे हैं कि उनकी पहचान कभी उजाकर नहीं की जाएगी.
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सूत्रों की मानें तो पार्टी के इतने बड़े फैसले में कार्यकर्ताओं को सीधे तौर पर शामिल करने का यह फैसला राहुल गांधी के लिए सीक्रेट वेपन की तरह साबित हुआ. कांग्रेस ने शक्ति एप के जरिये अपने कार्यकर्ताओं से उनकी राय मांगी. 4.5 मिलियन पंजीकृत उपभोक्ताओं वाला यह एप बीते एक साल में कांग्रेस के लिए पहला ऐसा माध्यम बना जो कार्यकर्ताओं की पसंद से आलाकमान को सीधे वाकिफ करा सके. कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की मानें तो पार्टी ने इस एप पर मिले सुझाव के आधार पर ही छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री तय करने का मन बना लिया है.
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हालांकि इन सब के बीच सवाल यह भी उठता है कि क्या आलाकमान हर एक फीडबैक को सुन रहा है. मुख्यमंत्री के नाम तय करने में जुटे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक ने एनडीटीवी को बताया कि वह इस एप पर आ रहे फीडबैक को भी इस प्रक्रिया में शामिल कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस सिस्टम का इस्तेमाल पार्टी के अंतर पारदर्शिता लाने के लिया गया है. बता दें कि शक्ति एप का फायदा उन्हीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को होता है जो खुदको इसमें लॉग इन करते हैं. ऐसा करते ही ब्लॉक स्तर पर भी वह राहुल गांधी द्वारा दिए जा रहे संदेश को सुन सकते हैं.
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गौरतलब है कि कांग्रेस हाईकमान ने कमलनाथ को मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के तौर पर चुन लिया है. इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार देर शाम की गई है. मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद कमलनाथ ने पार्टी हाईकमान और मध्यप्रदेश की जनता का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि वह मध्य प्रदेश के मतदाताओं के आभारी हैं जिन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया. मेरा विश्वास है कि मध्य प्रदेश का भविष्य कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित रहेगा. हम अपने वचन पत्र को पूरा करेंगे और जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे. उन्होंने कहा कि मैं मध्य प्रदेश के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि हम अपने वायदे पूरे करेंगे, नई शुरुआत हो चुकी है. साथ ही कमलनाथ ने अपने इस पद को एक मील के पत्थर की तरह बताया.
VIDEO: अशोक गहलोत ने की कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील.
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सूत्रों की मानें तो पार्टी के इतने बड़े फैसले में कार्यकर्ताओं को सीधे तौर पर शामिल करने का यह फैसला राहुल गांधी के लिए सीक्रेट वेपन की तरह साबित हुआ. कांग्रेस ने शक्ति एप के जरिये अपने कार्यकर्ताओं से उनकी राय मांगी. 4.5 मिलियन पंजीकृत उपभोक्ताओं वाला यह एप बीते एक साल में कांग्रेस के लिए पहला ऐसा माध्यम बना जो कार्यकर्ताओं की पसंद से आलाकमान को सीधे वाकिफ करा सके. कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की मानें तो पार्टी ने इस एप पर मिले सुझाव के आधार पर ही छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री तय करने का मन बना लिया है.
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हालांकि इन सब के बीच सवाल यह भी उठता है कि क्या आलाकमान हर एक फीडबैक को सुन रहा है. मुख्यमंत्री के नाम तय करने में जुटे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक ने एनडीटीवी को बताया कि वह इस एप पर आ रहे फीडबैक को भी इस प्रक्रिया में शामिल कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस सिस्टम का इस्तेमाल पार्टी के अंतर पारदर्शिता लाने के लिया गया है. बता दें कि शक्ति एप का फायदा उन्हीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को होता है जो खुदको इसमें लॉग इन करते हैं. ऐसा करते ही ब्लॉक स्तर पर भी वह राहुल गांधी द्वारा दिए जा रहे संदेश को सुन सकते हैं.
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गौरतलब है कि कांग्रेस हाईकमान ने कमलनाथ को मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के तौर पर चुन लिया है. इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार देर शाम की गई है. मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद कमलनाथ ने पार्टी हाईकमान और मध्यप्रदेश की जनता का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि वह मध्य प्रदेश के मतदाताओं के आभारी हैं जिन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया. मेरा विश्वास है कि मध्य प्रदेश का भविष्य कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित रहेगा. हम अपने वचन पत्र को पूरा करेंगे और जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे. उन्होंने कहा कि मैं मध्य प्रदेश के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि हम अपने वायदे पूरे करेंगे, नई शुरुआत हो चुकी है. साथ ही कमलनाथ ने अपने इस पद को एक मील के पत्थर की तरह बताया.
VIDEO: अशोक गहलोत ने की कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील.
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