कांग्रेस ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को दी बड़ी जिम्मेदारी

नाराज चल रहे भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को कांग्रेस ने मनाते हुए बड़ी जिम्मेदारी से नवाजा है.

कांग्रेस ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को दी बड़ी जिम्मेदारी

कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर अजहरुद्दीन की फाइल फोटो.

नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को कांग्रेस ने शुक्रवार को बडी़ जिम्मेदारी से नवाजा है. पार्टी ने अजहर को तेलंगाना इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया. इस प्रयास को पूर्व सांसद को शांत करने वाला करार दिया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा था कि पार्टी में अपने साथ हो रहे व्यवहार से वह नाखुश थे. उन्हें लगता था कि पार्टी में उनके साथ उपेक्षा का बर्ताव हो रहा है. कभी अपने जमाने के धुरंधर क्रिकेटर रहे अजहरुदीन को मैच फिक्सिंग के कारण प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था. अजहरुद्दीन भारतीय क्रिक्रेट टीम के  कप्तान भी रहे. 2000 में मैच फिक्सिंग में फंसने के बाद उनका क्रिक्रेट करियर अचानक समाप्त हो गया और बीसीसीआई ने उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया. हालांकि आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय ने 2012 में उनपर आजीवन प्रतिबंध को अवैध घोषित कर दिया. अजहरुद्दीन 2009 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गये थे. उसी साल वह पार्टी में शामिल हुए थे.

उन्होंने 2014 में राजस्थान के टोंक सवाई माधोपुर से चुनाव लड़ा था लेकिन वह पराजित हुए थे.  हैदराबाद से आने वाले अजहरुद्दीन तेलंगाना के सिकंदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं. तेलंगाना में सात दिसंबर को विधानसभा चुनाव है. कांग्रेस ने दिल्ली के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को पार्टी का सचिव भी नियुक्त किया है और उन्हें ‘सिविक और सोशल आउटरीच कांग्रेस' संबद्ध किया गया है। दीक्षित दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं और पूर्वी दिल्ली से सांसद रह चुके हैं. पार्टी ने लिंगाराजू को कर्नाटक प्रदेश मछुआरा कांग्रेस का अध्यक्ष भी नियुक्त किया है.

अजहर को सम्मान मिलने पर जब खफा हुए गौतम गंभीर
भारत और वेस्‍टइंडीज (India vs West Indies) के बीच पिछले दिनों कोलकाता में खेले गए पहले टी20 (1st T20) मैच में मोहम्‍मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) को मैच की शुरुआत में घंटी बजाने की इजाजत देने पर मशहूर क्रिकेट गौतम गंभीर ने नाराजगी जताई है. गंभीर ने इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI), प्रशासकों की समिति (CoA) और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) को आड़े हाथ लिया है. ईडन गार्डंस (Eden Gardens) सहित भारत के दूसरे क्रिकेट मैदानों में इंटरनेशनल मैच के पहले घंटी बजाकर (Ringing the bell) मैच की शुरुआत करने का चलन आम है. किसी पूर्व क्रिकेटर को यह सम्‍मान दिया जाता है. गंभीर की नाराजगी इस बात को लेकर है कि मैच फिक्सिंग के आरोप में एक समय प्रतिबंधित किए गए पूर्व क्रिकेटर को यह जिम्‍मेदारी दी गई.

गौतम गंभीर ने अपने ट्वीट में लिखा, 'भारत ने भले ही ईडन गार्डंस पर हुए मैच में जीत हासिल की हो लेकिन मुझे खेद है कि बीसीसीआई, सीओए और कैब की हार हुई है. ऐसा लगता है कि भ्रष्‍टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्‍त नहीं करने की नीति रविवार को छुट्टी पर थी! मैं जानता हूं कि 'उन्‍हें (अजहरुद्दीन को) HCA का चुनाव लड़ने की इजाजत दी गई थी लेकिन यह तो सदमा पहुंचाने वाला है. घंटी बज रही है, उम्‍मीद करता हूं कि शक्तियां सुन रही होंगी. ' गौरतलब है कि अजहर के करियर का विवादास्‍पद ढंग से अंत हुआ था, वर्ष 2000 में मैच फिक्सिंग विवाद में उनका नाम सामने आया था और उन पर बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था. हालांकि इस फैसले को अजहर ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में चुनौती दी थी. वर्ष 2012 में हाईकोर्ट का फैसला अजहर के पक्ष में रहा था. बीसीसीआई ने इस अदालती फैसले को चुनौती नहीं दी थी और बाद में स्‍पष्‍ट किया था कि आईसीसी, बीसीसीआई या इससे संबंधित एसोसिएशंस का कोई पद संभालने को लेकर अजहर पर अब प्रतिबंध नहीं रहा. (इनपुट-आईएएनएस)

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