मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी को लेकर चर्चा में आई थीं
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के छोटे भाई की पत्नी अपर्णा यादव का कहना है कि सीएम न सिर्फ उनकी राजनैतिक ख्वाहिशों का समर्थन करते हैं, बल्कि वह उन्हें (अपर्णा को) पार्टी का 'शहरी चेहरा' भी बने देखना चाहते हैं...
लखनऊ छावनी विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी घोषित की गईं 26-वर्षीय अपर्णा ने गुरुवार को अपना प्रचार शुरू किया... पीले रंग की साड़ी के ऊपर सलेटी रंग के शॉल से सिर ढके अपर्णा इलाके के लोगों से मिलीं... राजधानी लखनऊ की कुल नौ में से एक सीट पर पार्टी की उम्मीदवार घोषित की गईं अपर्णा ने कहा कि मुख्यमंत्री के उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ होने की फैलाई गई बातें कुप्रचार के अलावा कुछ नहीं है...
पिछले कुछ महीनों से अपर्णा यादव को अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव के गुट की सदस्य माना जाता रहा है... इसके बाद पार्टी में वर्चस्व को लेकर अखिलेश और शिवपाल के बीच चल रही 'जंग' ने उस समय बेहद गंभीर रूप ले लिया, जब अखिलेश का यह संघर्ष अपने पिता और पार्टी के सर्वेसर्वा मुलायम सिंह यादव के साथ शुरू हो गया...
पारिवारिक 'झगड़े' के बीच NDTV से बातचीत में 'शिवपाल को पार्टी की रीढ़' बताने वाली अपर्णा यादव ने एक ही दिन बाद कहा, "यह कहना गलत है कि मैं शिवपाल के कैम्प में थी... परिवार को एकजुट रहना चाहिए..."
अपर्णा यादव का विवाह वर्ष 2011 में मुलायम सिंह यादव के छोटे पुत्र प्रतीक यादव से हुआ था... मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के 28-वर्षीय पुत्र प्रतीक रीयल एस्टेट के कारोबार से जुड़े हैं, और उनकी मिल्कियतों में एक अत्याधुनिक जिम भी शामिल है, जहां उन्हें अक्सर कसरत करते देखा जा सकता है... वैसे, हाल ही में वह अपनी चार करोड़ रुपये की कीमत वाली नीले रंग की लम्बोरगिनी कार में सवार होकर लखनऊ की सड़कों पर घूमने को लेकर भी सुर्खियों में छाए रहे थे... इस मुद्दे पर भी अपर्णा का कहना है कि लम्बोरगिनी को लेकर किए जा रहे ताने-उलाहनें जायज़ नहीं हैं... अपर्णा कहती हैं, "यह सही नहीं है... वह व्यवसायी हैं, और उनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है... ऐसे राजनेता भी तो हैं, जो महंगे-महंगे कपड़े पहनते हैं..."
वैसे, मुलायम सिंह यादव की छोटी पुत्रवधू अपर्णा परिवार की 22वीं सदस्य हैं, जिन्होंने राजनीति को ही अपना पेशा बना लिया है... गौरतलब है कि मुलायम सिंह की बड़ी पुत्रवधू तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव संसद में पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं... इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए अपर्णा बताती हैं कि शुरू में वह चुनाव लड़ने की इच्छुक नहीं थीं, लेकिन उनकी 'सास ने ज़ोर दिया...' बताया जाता है कि मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता यह सुनिश्चित करने की इच्छुक हैं कि मुलायम सिंह के उत्तराधिकारी के रूप में परिवार से सिर्फ अखिलेश यादव ही दावेदार न रहें, इसीलिए उन्होंने अपर्णा यादव को प्रत्याशी बनाने का आग्रह किया... मुलायम सिंह यादव ने जिन प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी, उसमें अपर्णा का नाम था, लेकिन अखिलेश यादव की जारी की सूची से अपर्णा का नाम नदारद था... हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया, और अपर्णा को टिकट मिल गया...
अब विधानसभा चुनाव 2017 में लखनऊ छावनी सीट पर अपर्णा का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की रीता बहुगुणा जोशी से होगा, जो इससे पहले दो दशक तक कांग्रेस में रह चुकी हैं... लखनऊ छावनी से मौजूदा विधायक भी रीता बहुगुणा जोशी ही हैं, और गौरतलब है कि यह ऐसी सीट है, जिस पर आज तक किसी भी चुनाव में समाजवादी पार्टी को जीत नसीब नहीं हो पाई है...
पिछले साल अक्टूबर में लखनऊ में ही एक पारिवारिक समारोह के दौरान अपर्णा यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक सेल्फी भी ली थी, जिसे लेकर वह काफी चर्चा में रही थीं... उस मुद्दे पर अपर्णा का कहना है, "इसमें क्या खराबी है...? वह सभी के प्रधानमंत्री हैं..." अपर्णा ने यह भी कहा कि उनके ससुर मुलायम सिंह यादव की तस्वीर भी प्रधानमंत्री के साथ खींची गई थी, लेकिन मीडिया में उन्हीं की सेल्फी को लेकर हंगामा खड़ा किया गया, और उसके राजनैतिक अर्थ तलाशे गए...
लखनऊ छावनी विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी घोषित की गईं 26-वर्षीय अपर्णा ने गुरुवार को अपना प्रचार शुरू किया... पीले रंग की साड़ी के ऊपर सलेटी रंग के शॉल से सिर ढके अपर्णा इलाके के लोगों से मिलीं... राजधानी लखनऊ की कुल नौ में से एक सीट पर पार्टी की उम्मीदवार घोषित की गईं अपर्णा ने कहा कि मुख्यमंत्री के उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ होने की फैलाई गई बातें कुप्रचार के अलावा कुछ नहीं है...
पिछले कुछ महीनों से अपर्णा यादव को अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव के गुट की सदस्य माना जाता रहा है... इसके बाद पार्टी में वर्चस्व को लेकर अखिलेश और शिवपाल के बीच चल रही 'जंग' ने उस समय बेहद गंभीर रूप ले लिया, जब अखिलेश का यह संघर्ष अपने पिता और पार्टी के सर्वेसर्वा मुलायम सिंह यादव के साथ शुरू हो गया...
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पारिवारिक 'झगड़े' के बीच NDTV से बातचीत में 'शिवपाल को पार्टी की रीढ़' बताने वाली अपर्णा यादव ने एक ही दिन बाद कहा, "यह कहना गलत है कि मैं शिवपाल के कैम्प में थी... परिवार को एकजुट रहना चाहिए..."
अपर्णा यादव का विवाह वर्ष 2011 में मुलायम सिंह यादव के छोटे पुत्र प्रतीक यादव से हुआ था... मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के 28-वर्षीय पुत्र प्रतीक रीयल एस्टेट के कारोबार से जुड़े हैं, और उनकी मिल्कियतों में एक अत्याधुनिक जिम भी शामिल है, जहां उन्हें अक्सर कसरत करते देखा जा सकता है... वैसे, हाल ही में वह अपनी चार करोड़ रुपये की कीमत वाली नीले रंग की लम्बोरगिनी कार में सवार होकर लखनऊ की सड़कों पर घूमने को लेकर भी सुर्खियों में छाए रहे थे... इस मुद्दे पर भी अपर्णा का कहना है कि लम्बोरगिनी को लेकर किए जा रहे ताने-उलाहनें जायज़ नहीं हैं... अपर्णा कहती हैं, "यह सही नहीं है... वह व्यवसायी हैं, और उनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है... ऐसे राजनेता भी तो हैं, जो महंगे-महंगे कपड़े पहनते हैं..."
अपने पति तथा मुलायम सिंह यादव के छोटे पुत्र प्रतीक यादव के साथ अपर्णा यादव
वैसे, मुलायम सिंह यादव की छोटी पुत्रवधू अपर्णा परिवार की 22वीं सदस्य हैं, जिन्होंने राजनीति को ही अपना पेशा बना लिया है... गौरतलब है कि मुलायम सिंह की बड़ी पुत्रवधू तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव संसद में पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं... इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए अपर्णा बताती हैं कि शुरू में वह चुनाव लड़ने की इच्छुक नहीं थीं, लेकिन उनकी 'सास ने ज़ोर दिया...' बताया जाता है कि मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता यह सुनिश्चित करने की इच्छुक हैं कि मुलायम सिंह के उत्तराधिकारी के रूप में परिवार से सिर्फ अखिलेश यादव ही दावेदार न रहें, इसीलिए उन्होंने अपर्णा यादव को प्रत्याशी बनाने का आग्रह किया... मुलायम सिंह यादव ने जिन प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी, उसमें अपर्णा का नाम था, लेकिन अखिलेश यादव की जारी की सूची से अपर्णा का नाम नदारद था... हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया, और अपर्णा को टिकट मिल गया...
अब विधानसभा चुनाव 2017 में लखनऊ छावनी सीट पर अपर्णा का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की रीता बहुगुणा जोशी से होगा, जो इससे पहले दो दशक तक कांग्रेस में रह चुकी हैं... लखनऊ छावनी से मौजूदा विधायक भी रीता बहुगुणा जोशी ही हैं, और गौरतलब है कि यह ऐसी सीट है, जिस पर आज तक किसी भी चुनाव में समाजवादी पार्टी को जीत नसीब नहीं हो पाई है...
लखनऊ कैंट सीट पर अपर्णा का मुकाबला बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी से होगा
पिछले साल अक्टूबर में लखनऊ में ही एक पारिवारिक समारोह के दौरान अपर्णा यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक सेल्फी भी ली थी, जिसे लेकर वह काफी चर्चा में रही थीं... उस मुद्दे पर अपर्णा का कहना है, "इसमें क्या खराबी है...? वह सभी के प्रधानमंत्री हैं..." अपर्णा ने यह भी कहा कि उनके ससुर मुलायम सिंह यादव की तस्वीर भी प्रधानमंत्री के साथ खींची गई थी, लेकिन मीडिया में उन्हीं की सेल्फी को लेकर हंगामा खड़ा किया गया, और उसके राजनैतिक अर्थ तलाशे गए...
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