पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ नौजवानों ने ट्रंप सेना का गठन किया है
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी अभी तक चुनावी वैतरणी पार करने के लिए शिवसेना का सहारा लेती आई है, लेकिन शुक्रवार को पिलखुवा में हुई भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली में एक और सेना नज़र आई और यह सेना थी 'ट्रंप सेना'. लेकिन आप नाम पर मत जाना, कहीं आप यह समझ लें कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने अपने चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का इस्तेमाल किया था, ने भाजपा को यहां हो रहे विधानसभा चुनाव जिताने के लिए अपनी कोई सेना भेज दी है.
दरअसल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ नौजवानों ने अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा आतंकवाद को रोकने लिए कुछ इस्लामिक देशों के खिलाफ उठाए गए वीजा प्रतिबंध के कदम से प्रेरित होकर उनके नाम पर ट्रंप सेना का गठन किया है. दो दिन पहले धौलाना विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी पूर्व सांसद डॉ. रमेश चंद तोमर के चुनाव प्रचार के लिए आयोजित रैली में कुछ नौजवान ट्रंप का मुखौटा लगाकर घूमते नजर आए. ट्रंप सेना का कहना है कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए भाजपा को समर्थन कर रहे हैं.
यह सेना भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ से बहुत ज्यादा प्रभावित है. एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा के स्टार प्रचारक आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने हिंदुओं का जबरन पलायन करवाया जा रहा है. अगर ये ही हाल रहा तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दूसरा कश्मीर बनने में ज्यादा दिन नहीं लगेंगे. ट्रंप सेना का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप ने भी कट्टरपंथी मुस्लिमों के खिलाफ कदम उठाया है, इसलिए ट्रंप के नाम पर उन्होंने इस सेना का गठन किया है. ट्रंप सेना का कहना है कि जब किसी मुस्लिम उम्मीदवार के पक्ष में फतवा जारी हो सकता है तो वे हिंदु उम्मीदवार के समर्थन में क्यों नहीं आ सकते.