भाजपा के सापम रंजन सिंह को 14313 वोट मिले
मणिपुर विधानसभा चुनाव में कोन्थाउजम सीट पर भारतीय जनता पार्टी के सापम रंजन सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कोनथौजम शारत सिंह को 2772 मतों से हरा दिया. बता दें कि भाजपा के सापम रंजन सिंह को 14313 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के कोनथौजम शारत सिंह को 11541 लोगों ने वोट किया.
वहीं मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने थउबल विधानसभा सीट से आयरन लेडी के नाम से मशहूर इरोम शर्मिला को हरा दिया है. इरोम शर्मिला सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (एएफएसपीए- अफस्पा) के खिलाफ 16 वर्ष तक भूख हड़ताल पर रहीं थी. उन्होंने अगस्त 2016 में अपनी भूख हड़ताल खत्म की थी. अक्टूबर, 2016 में इरोम चानू शर्मिला ने पीपल्स रीसर्जेंस एंड जस्टिस एलांयस (पीआरजेए) का गठन किया और मार्च में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है जिसका एक मात्र एजेंडा मणिपुर से अफस्पा को हटाना है.
गौरतलब है कि मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए चार और आठ मार्च को दो चरणों में चुनाव हुआ था. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में 42 सीटों पर जीत हासिल की थी और ओ इबोबी सिंह फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने थे.
वहीं मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने थउबल विधानसभा सीट से आयरन लेडी के नाम से मशहूर इरोम शर्मिला को हरा दिया है. इरोम शर्मिला सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (एएफएसपीए- अफस्पा) के खिलाफ 16 वर्ष तक भूख हड़ताल पर रहीं थी. उन्होंने अगस्त 2016 में अपनी भूख हड़ताल खत्म की थी. अक्टूबर, 2016 में इरोम चानू शर्मिला ने पीपल्स रीसर्जेंस एंड जस्टिस एलांयस (पीआरजेए) का गठन किया और मार्च में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है जिसका एक मात्र एजेंडा मणिपुर से अफस्पा को हटाना है.
गौरतलब है कि मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए चार और आठ मार्च को दो चरणों में चुनाव हुआ था. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में 42 सीटों पर जीत हासिल की थी और ओ इबोबी सिंह फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने थे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं