
फाइल फोटो
- मणिपुर में बीजेपी के पास 21 विधायक
- अन्य छोटे दलों के समर्थन का दावा
- कांग्रेस के पास 28 विधायक
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भाजपा ने मणिपुर विधानसभा चुनाव में 21 सीटें जीती है, और उसने अपने सहयोगी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) की चार सीटों और एनपीपी की चार सीटों, लोजपा की एक सीट और एक निर्दलीय के समर्थन के साथ सरकार गठन के लिए आवश्यक न्यूनतम 31 सदस्यों की संख्या जुटा ली है. माधव ने कहा, "मैं भाजपा को समर्थन देने के लिए एनपीपी और लोजपा को धन्यवाद देता हूं. मैं बदलाव और प्रगतिशील मणिपुर के लिए मतदान करने के लिए मणिपुर के लोगों को भी धन्यवाद देता हूं." इस मौके पर एनपीपी के अध्यक्ष कोनराड संगमा ने कहा, "मैं राज्य में बदलाव के लिए वोट देने हेतु मणिपुर के लोगों को धन्यवाद देता हूं."
60 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 28 सीटें हासिल कर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. इस लिहाज से कांग्रेस ने भी सरकार बनाने का दावा पेश किया है. राज्य में पिछले 15 वर्षों से सत्ता में काबिज कांग्रेस की तरफ से उपमुख्यमंत्री जी जईखनगम ने कहा है कि हम सबसे बड़ी पार्टी हैं लिहाजा गवर्नर को हमको सरकार बनाने का मौका देना चाहिए. कांग्रेस भी दावा है कि एनपीपी के चारों विधायकों का समर्थन उन्हें प्राप्त है लेकिन जब बीजेपी ने अपने समर्थन के दावे की बात कही थी तो राज्यपाल से मिलने एनपीपी के विधायक उनके साथ गए थे. ऐसे में फिलहाल भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
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