विज्ञापन
This Article is From Mar 09, 2017

Exit Polls में बीजेपी को बढ़त देख अखिलेश बोले-जरूरत पड़ी तो मायावती के साथ मिला सकते हैं हाथ

Exit Polls में बीजेपी को बढ़त देख अखिलेश बोले-जरूरत पड़ी तो मायावती के साथ मिला सकते हैं हाथ
अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
चुनाव खत्‍म होने के बाद ज्‍यादातर Exit polls ने यूपी विधानसभा चुनावों में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी बनने का अनुमान व्‍यक्‍त किया है लेकिन स्‍पष्‍ट बहुमत से दूर रहने की संभावना व्‍यक्‍त की है. इसके साथ ही दूसरे नंबर पर सपा-कांग्रेस गठबंधन की संभावना व्‍यक्‍त की गई है और तीसरे नंबर पर बसपा के रहने का अनुमान लगाया गया है. इसके बीच यूपी से एक बड़ी खबर यह आ रही है कि अखिलेश ने चुनाव के बाद बसपा से गठबंधन की संभावना से इनकार नहीं किया है. बीबीसी हिंदी से बातचीत करने के दौरान अखिलेश यादव ने यह बात कही. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि नतीजों के बाद जरूरत पड़ने पर अखिलेश के प्रस्‍ताव पर विचार करेंगे.   

Exit Poll
आज जारी हुए इंडिया न्‍यूज-एमआरसी और टाइम्‍स नाऊ वीएमआर के एक्जिट पोल (exit poll) के मुताबिक यूपी में बीजेपी को सर्वाधिक सीटें मिलने की संभावना बताई जा रही है. इंडिया न्‍यूज ने बीजेपी को जहां 185 और टाइम्‍स नाऊ ने 190-210 सीटें मिलने की संभावना जताई है. हालांकि एबीपी-लोकनीति सीएसडीएस के मुताबिक बीजेपी और सपा-कांग्रेस गठबंधन के बीच टक्‍कर के आसार हैं. कुल मिलाकर 403 सदस्‍यीय विधानसभा में इन पोलों के बहुमत के अनुसार बीजेपी नंबर वन पार्टी बन सकती है. इनके आधार पर NDTV के पोल ऑफ पोल्‍स के मुताबिक यूपी में बीजेपी को सबसे ज्‍यादा 179 सीटें, सपा-कांग्रेस गठबंधन को 136 और बीएसपी को 77 सीट मिलने की संभावना है.

इसके साथ ही जहां कई चैनल अपने एक्जिट पोल में यूपी में बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दिखा रहे हैं, ऐसे में  राज्य में सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी के नेताओं में खलबली मचना स्वभाविक है. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने बड़ा बयान दिया है. आजम खान ने कहा है कि अगर यूपी में समाजवादी पार्टी हारती है तो इसके लिए अखिलेश यादव जिम्मेदार नहीं होंगे.

आजम खान यूपी में अखिलेश यादव और यादव परिवार के सबसे करीबी नेताओं में से एक हैं. यादव में जारी कलह के दौरान आजम खान एक अकेले ऐसे नेता थे जो आखिरी समय में इसी प्रयास में लगे रहे थे कि परिवार में सुलह हो जाए और अखिलेश यादव तथा मुलायम सिंह यादव में कोई दूरी न रहे.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com