मुलायम सिंह यादव को पार्टी घोषणापत्र देते हुए अखिलेश यादव...
नई दिल्ली:
अपने पिता और राजनीतिक गुरु तथा पूर्व समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को पार्टी का मैनिफैस्टो जारी करने के लिए के कार्यक्रम में आने के लिए मनाने में विफल रहने बाद आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फेसबुक पर उनके साथ एक तस्वीर साझा की है और कहा है कि सबकुछ ठीक है. इस तस्वीर में अखिलेश यादव, उनकी पत्नी डिंपल यादव और आजम खान पार्टी का मैनिफेस्टो मुलायम सिंह यादव को देते दिखाई दे रहे हैं. लेकिन तस्वीर में मुलायम सिंह यादव को छोड़क सभी के चेहरे पर मुस्कान है.
उल्लेखनीय है कि आजम खान ने पिछले दिनों पिता-पुत्र में पार्टी पर कब्जे को लेकर चले विवाद में सुलह कराने की काफी कोशिश की थी जो बाद में नाकाम साबित हुई. चुनाव आयोग के निर्णय के बाद मुलायम सिंह यादव ने अपनी ओर से अखिलेश यादव का समर्थन कर दिया और उन्हीं के उम्मीदवारों को भी स्वीकारा. लेकिन उन्होंने अपनी ओर से 39 उम्मीदवारों की एक लिस्ट भी अखिलेश को भेजी जिसमें शिवपाल यादव का नाम भी शामिल था.
यह भी गौर करने की बात रही है कि मैनिफैस्टो रिलीज करने के कार्यक्रम के तुरंत बाद अखिलेश यादव और डिंपल यादव कार्यक्रम स्थल से चले गए थे, लेकिन उन्हें कुछ देर बाद तुरंत मौके पर आना पड़ा क्योंकि मुलायम सिंह यादव वहां पहुंच गए थे. दोनों ने करीब 40 मिनट तक बात की और फिर दोनों साथ में पार्टी कार्यलय से बाहर निकलते दिखाई दिए.
सूत्रों का कहना है कि मुलायम सिंह यादव ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी जब समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ अपने अलायंस की घोषणा की थी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव से बात की क्योंकि अभी भी यह संदेश जा रहा था कि दोनों में कटुता अभी भी खत्म नहीं हुई है.
जानकारी के लिए बता दें कि 16 जनवरी को चुनाव आयोग ने पार्टी और चुनाव चिह्न दोनों ही अखिलेश यादव के खेमे के नाम कर दिया था. हालांकि अखिलेश यादव द्वारा जारी पार्टी प्रत्याशियों की सूची में जसवंतनगर सीट से चाचा शिवपाल यादव को सीट दी गई है. वहीं उन्होंने पार्टी कार्यालय से उनकी नेमप्लेट हटवा दी थी. उधर, मुलायम सिंह यादव के अध्यक्ष पद की नेमप्लेट भी पार्टी कार्यालय से हटा दी गई है.
उल्लेखनीय है कि आजम खान ने पिछले दिनों पिता-पुत्र में पार्टी पर कब्जे को लेकर चले विवाद में सुलह कराने की काफी कोशिश की थी जो बाद में नाकाम साबित हुई. चुनाव आयोग के निर्णय के बाद मुलायम सिंह यादव ने अपनी ओर से अखिलेश यादव का समर्थन कर दिया और उन्हीं के उम्मीदवारों को भी स्वीकारा. लेकिन उन्होंने अपनी ओर से 39 उम्मीदवारों की एक लिस्ट भी अखिलेश को भेजी जिसमें शिवपाल यादव का नाम भी शामिल था.
यह भी गौर करने की बात रही है कि मैनिफैस्टो रिलीज करने के कार्यक्रम के तुरंत बाद अखिलेश यादव और डिंपल यादव कार्यक्रम स्थल से चले गए थे, लेकिन उन्हें कुछ देर बाद तुरंत मौके पर आना पड़ा क्योंकि मुलायम सिंह यादव वहां पहुंच गए थे. दोनों ने करीब 40 मिनट तक बात की और फिर दोनों साथ में पार्टी कार्यलय से बाहर निकलते दिखाई दिए.
सूत्रों का कहना है कि मुलायम सिंह यादव ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी जब समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ अपने अलायंस की घोषणा की थी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव से बात की क्योंकि अभी भी यह संदेश जा रहा था कि दोनों में कटुता अभी भी खत्म नहीं हुई है.
जानकारी के लिए बता दें कि 16 जनवरी को चुनाव आयोग ने पार्टी और चुनाव चिह्न दोनों ही अखिलेश यादव के खेमे के नाम कर दिया था. हालांकि अखिलेश यादव द्वारा जारी पार्टी प्रत्याशियों की सूची में जसवंतनगर सीट से चाचा शिवपाल यादव को सीट दी गई है. वहीं उन्होंने पार्टी कार्यालय से उनकी नेमप्लेट हटवा दी थी. उधर, मुलायम सिंह यादव के अध्यक्ष पद की नेमप्लेट भी पार्टी कार्यालय से हटा दी गई है.
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