नई दिल्ली:
टीम अन्ना पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में आज से प्रचार करेगी। इसकी शुरुआत उत्तराखंड के हरिद्वार से होगी। हरिद्वार, देहरादून और हलद्वानी में प्रचार करने के बाद टीम अन्ना पंजाब का दौरा करेगी। टीम 21 से 23 जनवरी तक उत्तराखंड और 27−28 जनवरी तक पंजाब में रहेगी। लेकिन फरवरी का पूरा महीना यूपी में गुजरेगा, जहां चौतरफा मुकाबला होना है।
टीम अन्ना का कहना है कि उनका अभियान किसी पार्टी के पक्ष में या खिलाफ में नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार, लोकपाल और जमीन अधिग्रहण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर है। टीम अन्ना ने एक अपील जारी करके कहा है कि मजबूत लोकपाल बिल लाने के लिए अन्ना ने तीन बार अनशन किए, लेकिन केंद्र सरकार ने उन्हें हर कदम पर धोखा ही दिया। टीम अन्ना ने इस अपील में कांग्रेस के लोकपाल बिल में कमियां भी गिनाई हैं।
टीम अन्ना ने ’आपका वोट भारत का इतिहास बदल सकता है’ अपील के जरिए कुछ सवाल भी पूछे हैं। अपील में राहुल गांधी से सवाल पूछा गया है कि क्या सीबीआई को सरकार के चंगुल में रहना चाहिए? बीजेपी से सवाल किया गया है कि उत्तराखंड में बीजपी सबसे मजबूत लोकायुक्त कानून लेकर आई है, लेकिन उसे बीजेपी शासित बाकी राज्यों में लागू क्यों नहीं किया जाता? मुलायम सिंह और मायावती से एक साथ सवाल किया गया है कि लोकपाल बिल पेश होने पर उनकी पार्टी संसद से उठकर क्यों चली गई?
टीम अन्ना ने आरोप लगाया कि सभी राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए जाति और धर्म का सहारा ले रही हैं। उनका कहना है कि सभी पार्टियां एक जैसी हैं और वे मतदाताओं से अनुरोध करेंगे कि वे सुशासन और नीतियों के लिए वोट दें।
टीम अन्ना का कहना है कि उनका अभियान किसी पार्टी के पक्ष में या खिलाफ में नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार, लोकपाल और जमीन अधिग्रहण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर है। टीम अन्ना ने एक अपील जारी करके कहा है कि मजबूत लोकपाल बिल लाने के लिए अन्ना ने तीन बार अनशन किए, लेकिन केंद्र सरकार ने उन्हें हर कदम पर धोखा ही दिया। टीम अन्ना ने इस अपील में कांग्रेस के लोकपाल बिल में कमियां भी गिनाई हैं।
टीम अन्ना ने ’आपका वोट भारत का इतिहास बदल सकता है’ अपील के जरिए कुछ सवाल भी पूछे हैं। अपील में राहुल गांधी से सवाल पूछा गया है कि क्या सीबीआई को सरकार के चंगुल में रहना चाहिए? बीजेपी से सवाल किया गया है कि उत्तराखंड में बीजपी सबसे मजबूत लोकायुक्त कानून लेकर आई है, लेकिन उसे बीजेपी शासित बाकी राज्यों में लागू क्यों नहीं किया जाता? मुलायम सिंह और मायावती से एक साथ सवाल किया गया है कि लोकपाल बिल पेश होने पर उनकी पार्टी संसद से उठकर क्यों चली गई?
टीम अन्ना ने आरोप लगाया कि सभी राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए जाति और धर्म का सहारा ले रही हैं। उनका कहना है कि सभी पार्टियां एक जैसी हैं और वे मतदाताओं से अनुरोध करेंगे कि वे सुशासन और नीतियों के लिए वोट दें।
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