जालंधर, लुधियाना:
भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था को बदलने की जरूरत पर बल देते हुए अमृतसर से जनतंत्र यात्रा शुरू करने वाले समाज सेवक अन्ना हजारे तथा उनकी टीम के सदस्यों ने कहा है कि ऐसे लोगों को शासन की बागडोर सौंपने की जरूरत है जो हम पर शासन नहीं करें बल्कि हमारी सेवा करें।
यात्रा के पहले दिन रविवार को रात जालंधर पहुंचे अन्ना हजारे और उनके साथियों ने बातचीत में किसी राजनीतिक दल या नेता का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘राजनेता जनता के सेवक हैं, अवाम उन्हें अपने भविष्य की रूपरेखा तय करने के लिए भेजती है। वह संसद या विधानसभाओं में जाते ही ‘लुटेरों’ की भूमिका में आ जाते हैं तथा हमारी आपकी तिजोरियों को लूटना शुरू कर देते हैं।’’
अन्ना ने लोगों से अपील की, ‘‘आगामी आम चुनाव नजदीक है। इसमें ऐसे नेता को जनता चुने जो साफ सुथरी छवि का हो। मौजूदा संसद में 163 सांसद दागी हैं। 15 मंत्री आरोपी हैं। आप स्वयं समझिए कि वह अपना दाग धोएंगे, अपने आरोप को हटाने की कोशिश करेंगे कि आपकी समस्याओं को देखेंगे।’’
अन्ना ने कल रात संबोधन में कहा, ‘‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए जनलोकपाल बिल जरूरी है और यही कारण है कि दागी और भ्रष्ट नेता इसे पास नहीं होने देना चाहते हैं क्योकि इससे वे सब घबरा गए हैं। मैं आपको जगाने आया हूं। आप उठिए क्योंकि मैं यह अपने लिए नहीं बल्कि आपके लिए कर रहा हूं।’’
अन्ना ने ‘संपूर्ण परिवर्तन’ का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘मेरे शरीर में जबतक प्राण रहेगा, मैं जनलोकपाल के लिए लड़ता रहूंगा। जनलोकपाल आएगा तभी भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो सकेगा। मैं आप सबसे अपील करता हूं कि आप उठिए। सोइए मत। आप सो गए हैं इसलिए वे लोग लूट रहे हैं।’’
दूसरी ओर पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने कहा, ‘‘देश में भ्रष्टाचार इतना अधिक है कि हमें किसी भी काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। हमारा मकसद भ्रष्टाचार मुक्त समाज और राष्ट्र का निर्माण है। हमें फौज में भी सिखाया जाता है कि देश सेवा सर्वोपरि है लेकिन आज के नेताओं ने देश सेवा को सबसे नीचे रख दिया है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘ये राजनेता ही हैं जो देश को जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र आदि के नाम पर बांटते हैं और हम ‘बेवकूफ’ हैं जो बंट भी जाते हैं इसलिए अब जागना जरूरी है।’’ ‘जनतंत्र यात्रा’ दूसरे दिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लुधियाना पहुंची। हजारे ने कहा कि दिल्ली में वह पांच महीने बाद ‘जनसंसद’ का आह्वान करेंगे ताकि आंदोलन के भविष्य की रणनीति तय की जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘इसमें (जनसंसद) समाज के हर तबके का प्रतिनिधित्व होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचित प्रतिनिधियों को वापस बुलाने, आगामी लोकसभा चुनावों में आंदोलन की भूमिका जैसे कई मुद्दे इस यात्रा का हिस्सा हैं। जनसंसद की मूल इकाई गांव है।’’
इससे पहले हजारे ने नामधारी शहीद स्मारक का दौरा किया जहां उन्होंने नामधारी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अंग्रेज चले गए लेकिन भारत को भ्रष्ट और गुंडों के हाथों में छोड़ गए।’’
यात्रा के पहले दिन रविवार को रात जालंधर पहुंचे अन्ना हजारे और उनके साथियों ने बातचीत में किसी राजनीतिक दल या नेता का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘राजनेता जनता के सेवक हैं, अवाम उन्हें अपने भविष्य की रूपरेखा तय करने के लिए भेजती है। वह संसद या विधानसभाओं में जाते ही ‘लुटेरों’ की भूमिका में आ जाते हैं तथा हमारी आपकी तिजोरियों को लूटना शुरू कर देते हैं।’’
अन्ना ने लोगों से अपील की, ‘‘आगामी आम चुनाव नजदीक है। इसमें ऐसे नेता को जनता चुने जो साफ सुथरी छवि का हो। मौजूदा संसद में 163 सांसद दागी हैं। 15 मंत्री आरोपी हैं। आप स्वयं समझिए कि वह अपना दाग धोएंगे, अपने आरोप को हटाने की कोशिश करेंगे कि आपकी समस्याओं को देखेंगे।’’
अन्ना ने कल रात संबोधन में कहा, ‘‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए जनलोकपाल बिल जरूरी है और यही कारण है कि दागी और भ्रष्ट नेता इसे पास नहीं होने देना चाहते हैं क्योकि इससे वे सब घबरा गए हैं। मैं आपको जगाने आया हूं। आप उठिए क्योंकि मैं यह अपने लिए नहीं बल्कि आपके लिए कर रहा हूं।’’
अन्ना ने ‘संपूर्ण परिवर्तन’ का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘मेरे शरीर में जबतक प्राण रहेगा, मैं जनलोकपाल के लिए लड़ता रहूंगा। जनलोकपाल आएगा तभी भारत भ्रष्टाचार मुक्त हो सकेगा। मैं आप सबसे अपील करता हूं कि आप उठिए। सोइए मत। आप सो गए हैं इसलिए वे लोग लूट रहे हैं।’’
दूसरी ओर पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने कहा, ‘‘देश में भ्रष्टाचार इतना अधिक है कि हमें किसी भी काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। हमारा मकसद भ्रष्टाचार मुक्त समाज और राष्ट्र का निर्माण है। हमें फौज में भी सिखाया जाता है कि देश सेवा सर्वोपरि है लेकिन आज के नेताओं ने देश सेवा को सबसे नीचे रख दिया है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘ये राजनेता ही हैं जो देश को जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र आदि के नाम पर बांटते हैं और हम ‘बेवकूफ’ हैं जो बंट भी जाते हैं इसलिए अब जागना जरूरी है।’’ ‘जनतंत्र यात्रा’ दूसरे दिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लुधियाना पहुंची। हजारे ने कहा कि दिल्ली में वह पांच महीने बाद ‘जनसंसद’ का आह्वान करेंगे ताकि आंदोलन के भविष्य की रणनीति तय की जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘इसमें (जनसंसद) समाज के हर तबके का प्रतिनिधित्व होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचित प्रतिनिधियों को वापस बुलाने, आगामी लोकसभा चुनावों में आंदोलन की भूमिका जैसे कई मुद्दे इस यात्रा का हिस्सा हैं। जनसंसद की मूल इकाई गांव है।’’
इससे पहले हजारे ने नामधारी शहीद स्मारक का दौरा किया जहां उन्होंने नामधारी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अंग्रेज चले गए लेकिन भारत को भ्रष्ट और गुंडों के हाथों में छोड़ गए।’’
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