नई दिल्ली:
चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता को वैधानिक दर्जा दिए जाने के किसी भी कदम का विरोध करते हुए कहा है कि वर्तमान व्यवस्था ठीक से काम कर रही है।
मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने शनिवार को कहा, ‘आचार संहिता को वैधानिक दर्जा देने का सुझाव काफी अस्पष्ट है..जब हमें किसी भी तरह की शक्ति की आवश्यकता नहीं है तब आप क्यों हमें जबर्दस्ती इसे देना चाहते हैं।’
कुरैशी ने कहा, ‘आचार संहिता तुरंत कार्रवाई के समान है, यह आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र के समान है। यदि यह मामला अदालत में जाता है तो इस पर छह से सात साल लग सकता है, यह काफी प्रभावशाली है। पिछले तीन-चार साल में एक-दूसरे के खिलाफ एक भी नफरत वाले भाषण या निजी हमले नहीं हुए हैं। कई कानूनों की अपेक्षा में यह काफी प्रभावशाली है।’
मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने शनिवार को कहा, ‘आचार संहिता को वैधानिक दर्जा देने का सुझाव काफी अस्पष्ट है..जब हमें किसी भी तरह की शक्ति की आवश्यकता नहीं है तब आप क्यों हमें जबर्दस्ती इसे देना चाहते हैं।’
कुरैशी ने कहा, ‘आचार संहिता तुरंत कार्रवाई के समान है, यह आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र के समान है। यदि यह मामला अदालत में जाता है तो इस पर छह से सात साल लग सकता है, यह काफी प्रभावशाली है। पिछले तीन-चार साल में एक-दूसरे के खिलाफ एक भी नफरत वाले भाषण या निजी हमले नहीं हुए हैं। कई कानूनों की अपेक्षा में यह काफी प्रभावशाली है।’
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