राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त होने के साथ ही शुक्रवार शाम 5 बजे से लाउडस्पीकरों और ढोल-ताशों का शोर थम गया।
निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "प्रचार समाप्त हो चुका है और अब कोई भी प्रत्याशी या राजनीतिक दल राज्य में लाउस्पीकरों का इस्तेमाल या रैली नहीं कर सकेंगे।" अब प्रत्याशी घर-घर जाकर प्रचार करेंगे। मतदान 1 दिसंबर को कराया जाएगा।
राज्य में 200 सीटों वाली विधानसभा के 199 क्षेत्रों में मतदान होने जा रहा है, जिसमें 4.08 करोड़ से अधिक मतदाता 2087 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदाताओं में 2.15 करोड़ पुरुष और 1.93 करोड़ महिलाएं हैं।
चुरू विधानसभा क्षेत्र में एक प्रत्याशी की मौत हो जाने के कारण चुनाव रोक दिया गया है। यहां 13 दिसंबर को मतदान कराया जाएगा।
रविवार 1 दिसंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतों की गिनती होगी। राज्य में 47200 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जहां हर क्षेत्र से अपने प्रत्याशियों को उतारा है, वहीं नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 150 पर और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 100 से ज्यादा सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं।
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