विज्ञापन

फ्लाइट में क्यों और कैसे आती है रहस्यमयी 'डिंग' और 'बीप' की डरावनी आवाज़? पायलट ने किया सच्चाई का खुलासा

अमेरिकन एयरलाइंस के पायलट कैप्टन स्टीव शेबनर ने टिकटॉक पर एक पोस्ट में खुलासा किया कि ये आवाज़ें फ्लाइट टेक ऑफ के दौरान एक सामान्य बातें हैं.

फ्लाइट में क्यों और कैसे आती है रहस्यमयी 'डिंग' और 'बीप' की डरावनी आवाज़? पायलट ने किया सच्चाई का खुलासा
फ्लाइट में क्यों और कैसे आती है रहस्यमयी 'डिंग' और 'बीप' की डरावनी आवाज

हवाई जहाज में उड़ान के दौरान अचानक होने वाली डिंग और बीप की रहस्यमयी आवाज़ें कई बार पहले से ही चिंतित यात्रियों के लिए डरावनी और दिल दहलाने वाली होती हैं. ज्यादातर, पैसेंजर्स को मालूम नहीं होता कि इसकी वजह क्या है, लेकिन वे घबरा जाते हैं. हालांकि, एक पायलट के मुताबिक, ये आवाज़ें किसी इमरजेंसी के बारे में नहीं होती हैं. इसलिए इस आवाज को सुनने के बाद डरना या परेशान नहीं होना चाहिए.

बीप और डिंग के साउंड से क्यों नहीं है घबराने की जरूरत?

दरअसल, अमेरिकन एयरलाइंस के पायलट कैप्टन स्टीव शेबनर ने टिकटॉक पर एक पोस्ट में खुलासा किया कि ये आवाज़ें फ्लाइट टेक ऑफ के दौरान सामान्य हैं. उन्होंने यात्रियों को भरोसा दिलाया कि बीप और डिंग हमेशा एक जैसे ही काम करते हैं. इससे उन्हें घबराने या इमरजेंसी जैसी हालत के लिए चौकन्ने होने की ज़रूरत नहीं है. कैप्टन शेबनर ने बताया, "हमारे आसपास ऐसी बहुत सी आवाजें हैं, जिन्हें आप सुनते हैं, लेकिन उन्हें आप पहचानते नहीं हैं. ऐसे तीन मौके होते हैं जब मैं जानबूझकर उस डिंग के ज़रिए फ़्लाइट अटेंडेंट से बात करता हूं."

फ्लाइट में पैसेंजर्स को डराने वाली वाली डिंग की आवाज क्या है?

कैप्टन जिस 'डिंग' का ज़िक्र कर रहे हैं, वह छोटी सी रहस्यमयी आवाज़ है जिसे उड़ान के दौरान पैसेंजर्स सुन सकते हैं. ये बेतरतीब आवाज़ तब सुनाई देती है जब पैसेंजर्स के सीटबेल्ट बांधने का समय होता है. हालांकि, शेबनर ने न्यूज़वीक को बताया, "पहला मौका तब होता है जब हमें टेकऑफ़ के लिए मंजूरी मिल जाती है और हम रनवे पर उतरते हैं. मैं फ्लाइट अटेंडेंट को यह बताने के लिए डिंग करता हूं कि 'यह काम हो गया.'

पायलट ने बताया- फ्लाइट में दूसरी बार कब आती है डरावनी आवाज

स्टीव शेबनर ने कहा, "अगला मौका 10,000 फ़ीट ऊपर पहुंचने के बाद आता है. मूल रूप से, 10,000 फ़ीट से नीचे आमतौर पर हलचल होती है, लेकिन ऊपर हवा थोड़ी-बहुत शांत हो जाती है. मैं अटेंडेंट को बताता हूं कि यह इतनी शांत है कि वे अब उठकर अपनी सेवा शुरू कर सकते हैं. अगर मैं उन्हें 10,000 फ़ीट पर डिंग नहीं करता, तो वे बैठे रहेंगे. कभी-कभी अगर मैं भूल जाता हूं तो मुझे कॉल आती है. 18,000 फ़ीट या उसके आसपास फ्लाइट अटेंडेंट कॉल करके पूछते हैं कि क्या वे ऊपर जा सकते हैं."

तीसरी बार जानबूझकर 10,000 फ़ीट से नीचे आने पर डिंग की आवाज

कैप्टन शेबनर ने वीडियो में आगे कहा, "तीसरी बार जानबूझकर 10,000 फ़ीट से नीचे आना होता है. तब मैं उन्हें पहले ही लैंडिंग के लिए तैयार होने के लिए कह देता हूं, जिसका मतलब है कि अपना सारा सामान दूर रखें और एक सीट पकड़ लें. यह आखिरी बार है जब मैं डिंग के ज़रिए उनसे संवाद करता हूं." सोशल मीडिया पर पायलट का यह वीडियो लगातार देखा और शेयर किया जा रहा है. क्योंकि इस जानकारी से फ्लाइट के पैसेंजर्स को बड़ी तसल्ली मिल रही है.

ये Video भी देखें:

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com