
नीदरलैंड के क्राइम ट्रिब्यूनल कोर्ट में आरोपी ने जहर पी लिया.
- नीदरलैंड के क्राइम ट्रिब्यूनल कोर्ट में आरोपी ने जहर पी लिया.
- 2004 में नीदरलैंड कोर्ट ने उसे 20 साल की सजा सुनाई थी.
- जज ने सजा बरकरार रखी तो पी गया जहर.
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नई दिल्ली:
कोर्ट में आरोपी को जज फैसला सुनाता है. लेकिन उसके पहले आरोपी को पूरा मौका मिलता है अपनी बेगुनाही साबित करने का. जिसमें वो हर तरीके से खुद को सही साबित करने की कोशिश करता है. लेकिन एक आरोपी इतना अपनी सजा से इतना परेशान हो गया कि उसने खौफनाक कदम उठा लिया. जिसे देख वहां बैठे सभी लोग हैरान हो गए. आरोपी के वकील की भी आंखें फंटी की फंटी रह गईं. आइए जानते हैं क्या हुआ कोर्ट में
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बोला- 'मैं अपराधी नहीं' और खा लिया जहर
नीदरलैंड के क्राइम ट्रिब्यूनल कोर्ट में 72 साल के आरोपी स्लोबदान प्रालजाक ने जेब से एक छोटी सी बोतल निकाली और चिल्लाया 'मैंने कोई अपराध नहीं किया' इतना कहते ही उसने जहर की पूरी बोतल निकाल कर पी गया. जिसके बाद किसी को समझ नहीं आया कि स्लोबदान ने पिया क्या है. जिसके बाद उन्हीं के वकील ने जोर से बोले- 'स्लोबदान ने जहर खा लिया है' जिसके बाद सभी हैरान हो गए.
पढ़ें- महिला जज के अपहरण की कोशिश करने के आरोप कैब चालक गिरफ्तार, बोला-काफी दूर तक नहीं मिला यू टर्न
क्या था मामला
कोर्ट में बोस्निया-क्रोएशिया युद्ध की सुनवाई चल रही थी. बता दें, इस युद्ध में स्लोबदान उन लोगों में शामिल थे. जिन्होंने 90 के दश में मुसलमानों को बोस्निया-क्रोएशिया से अलग रखने के लिए युद्ध किया था. जिसमें कई मुसलमानों को मारा गया था. इस आरोप के लिए 2004 में नीदरलैंड कोर्ट ने उसे 20 साल की सजा सुनाई थी. बुधवार को जब वो वापिस कोर्ट में पेश हुआ तो जज ने उसकी सजा को बरकरार रखा. जिसके बाद उसका सब्र टूट गया और जहर खा लिया.जिसके बाद एम्बुलेंस बुलाई गई. लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त ही उसकी मौत हो गई.
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बोला- 'मैं अपराधी नहीं' और खा लिया जहर
नीदरलैंड के क्राइम ट्रिब्यूनल कोर्ट में 72 साल के आरोपी स्लोबदान प्रालजाक ने जेब से एक छोटी सी बोतल निकाली और चिल्लाया 'मैंने कोई अपराध नहीं किया' इतना कहते ही उसने जहर की पूरी बोतल निकाल कर पी गया. जिसके बाद किसी को समझ नहीं आया कि स्लोबदान ने पिया क्या है. जिसके बाद उन्हीं के वकील ने जोर से बोले- 'स्लोबदान ने जहर खा लिया है' जिसके बाद सभी हैरान हो गए.
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क्या था मामला
कोर्ट में बोस्निया-क्रोएशिया युद्ध की सुनवाई चल रही थी. बता दें, इस युद्ध में स्लोबदान उन लोगों में शामिल थे. जिन्होंने 90 के दश में मुसलमानों को बोस्निया-क्रोएशिया से अलग रखने के लिए युद्ध किया था. जिसमें कई मुसलमानों को मारा गया था. इस आरोप के लिए 2004 में नीदरलैंड कोर्ट ने उसे 20 साल की सजा सुनाई थी. बुधवार को जब वो वापिस कोर्ट में पेश हुआ तो जज ने उसकी सजा को बरकरार रखा. जिसके बाद उसका सब्र टूट गया और जहर खा लिया.जिसके बाद एम्बुलेंस बुलाई गई. लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त ही उसकी मौत हो गई.
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