यह ख़बर 23 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

उत्तराखंड : एक परांठा के वसूले 250 रुपये, 200 रुपये में पानी की बोतल

खास बातें

  • उत्तराखंड में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जहां कुछ लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं और उनकी रक्षा के लिए दुआएं की जा रही हैं, वहीं प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे लोगों के प्रति मानव उदासीनता की शर्मनाक खबरें भी सामने आ रही हैं।
देहरादून:

उत्तराखंड में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जहां कुछ लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं और उनकी रक्षा के लिए दुआएं की जा रही हैं, वहीं प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे लोगों के प्रति मानव उदासीनता की शर्मनाक खबरें भी सामने आ रही हैं।

बाढ के कारण फंसे लोगों को एक परांठे के लिए 250 रुपये और चिप्स के एक छोटे से पैकेट के लिए 100 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। बाढ़ पीड़ित देहरादून निवासी 56-वर्षीय मनोहर लाल मौर्य ने कहा, मुझे एक छोटी कटोरी चावल के लिए 40 रुपये देने पड़े। यहां कहीं भी भोजन उपलब्ध नहीं है।

उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है।