
Aadmi ke sath hua upi scam: सोचिए...आपके पापा को कोई व्हाट्सएप पर मैसेज भेजे और कहे कि बिजली मीटर अपडेट करना है. साथ में एक ऐप का लिंक भी हो और मीटर की सारी डिटेल्स भी, जैसे कनेक्शन नंबर, बिल अमाउंट, पता वगैरह. अब एक आम इंसान, खासकर पापा जैसी उम्र के लोग, इसे असली ही मानेंगे न? ठीक यही हुआ एक शख्स के पिता के साथ, जिसकी पूरी कहानी खुद बेटे ने रेडिट पर शेयर की है.
91 हजार रुपये का स्कैम (WhatsApp scam alert)
सब कुछ शुरू हुआ एक WhatsApp मैसेज से. भेजने वाले ने खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताया और Smart Meter apk नाम की ऐप इंस्टॉल करने को कहा, क्योंकि स्कैमर के पास पहले से सारी सही जानकारी थी, पिता जी को शक नहीं हुआ. जैसे ही उन्होंने ऐप डाउनलोड की, फोन की स्क्रीन फ्रीज हो गई और उस पर मैसेज दिखने लगा...आपका मीटर अपडेट हो रहा है. अब इस बीच स्कैमर ने कॉल करके कहा कि, प्रोसेस पूरा करने के लिए 10 की PhonePe रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करनी होगी.
यहां देखें पोस्ट
My father lost ₹91,000 in a UPI scam after installing a fake electricity meter app
byu/Sad-Organization1252 inLegalAdviceIndia
बिजली मीटर स्कैम (fake app warning)
पिता जी ने जैसे ही वह रिक्वेस्ट स्वीकार की, फोन पूरी तरह लॉक हो गया. असल में वो ऐप एक स्पाईवेयर थी, जो स्क्रीन रिकॉर्ड कर रही थी और फोन का पूरा कंट्रोल स्कैमर के पास चला गया. इस एक रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करने के बाद, स्कैमर ने उनके UPI PIN को ट्रैक किया और कुछ ही घंटों में 91,000 उनके बैंक अकाउंट से उड़ा लिए.
UPI ठगी कैसे होती है (smart meter fraud)
जब तक घरवालों को समझ आता, बैंक कॉल होता...तब तक बहुत देर हो चुकी थी. पैसे स्कैमर के अकाउंट में जा चुके थे. इस घटना ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि डिजिटल जमाने में धोखेबाज़ कितने शातिर हो चुके हैं. WhatsApp, लिंक, ऐप...सब अब स्कैम का जरिया बन गए हैं.

सबक क्या है? (electricity meter app ke naam par fraud)
- कभी भी किसी अंजान लिंक या ऐप को डाउनलोड न करें.
- बिजली विभाग या कोई भी सरकारी संस्था कभी व्हाट्सएप पर ऐप इंस्टॉल करने को नहीं कहती.
- अपने घर के बुजुर्गों को ऐसी बातों के लिए जागरूक करना बेहद ज़रूरी है.
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