उत्तर प्रदेश (UP) के कन्नौज (Kannauj) शहर में ऐसी घटना हुई, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. एक स्थानीय सब्जी विक्रेता ने परिवार को मेथी की जगह गांजा थमा दिया. उन्होंने मेथी समझ गांजे की सब्जी बनाई और खा (Family Cooks Weed And Ate) गए. अचानक तबीयत खराब होने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया. परिवार ने कहा है कि उनमें से कोई भी यह पता नहीं लगा सका कि "सब्जी" के साथ कुछ गलत था या नहीं. इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्हें यह असंभव लगता है. लेकिन उन्होंने मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस ने सब्जी विक्रेता नवल किशोर गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. मियागंज गांव में परिवार के निवास से गांजा और बचे हुआ खाने का बैग जब्त किया है. नवल किशोर गुप्ता ने जिसको वो गांजे की थैली दी थी, उसका नाम मनोज कुमार है. उसका कहना है, 'हमने इस चीज का कभी इस्तेमाल नहीं किया, हमें बिलकुल नहीं पता था ऐसा होगा.'
मनोज कुमार ने अस्पताल में एनडीटीवी को बताया, ''नवल किशोर ने मुझे एक थैली दी और कहा कि मेरे पिता ने मेथी के पत्ते मंगवाए थे. मैंने उसे नहीं खोला था और सीधे अपने घर ले गया था.''
बेसुध परिवार के सदस्यों ने थैली में रखे गांजे को आलू के साथ तल दिया और मेथी की सब्जी समझकर 27 जून की दोपहर में खा लिया. जल्द ही, परिवार के कुछ सदस्यों को चक्कर आने लगे.
पड़ोसियों को उन्होंने बताया कि उनको चक्कर और शरीर में दर्द हो रहा है. कुछ ही देर बाद वो बेहोश हो गए, फिर पड़ोसी उन सभी को अस्पताल ले गए. कन्नौज अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एलके तोमर ने कहा, 'जब वे यहां आए तो बेहोश थे. लेकिन अब सभी लोग ठीक हैं.'
जब मनोज से पूछा गया कि कोई आपके साथ ऐसा मजाक कैसे कर सकता है, तो उन्होंने कहा, 'हमारे एक रिश्तेदार ने गुप्ता के साथ मजाक किया था, मुझे शक है उसने बदला लिया होगा.'