मुलायम सिंह यादव जौनपुर की एक चुनावी सभा में सपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगने गए थे.
जौनपुर:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में आठ मार्च को होने वाले अंतिम चरण की वोटिंग के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपने सारे दांव खेल दिए हैं. सभी नेता मंच से विरोधी दल को नीचा दिखाने वाले भाषण दे रहे हैं. कुल मिलाकर कहें तो पूरा राजनीतिक माहौल गरमा गया है. ऐसे में समाजवादी पार्टी (सपा) के मार्गदर्शक मुलायम सिंह यादव की भूलने की आदत की वजह से जौनपुरी की एक चुनावी सभा में आए लोगों को ठहाके लगाने का मौका मिल गया. मंच पर भाषण के दौरान मुलायम सिंह यादव का सपा की पूर्व सांसद और अभिनेत्री जयाप्रदा का नाम भूलना, फिर आजम खान का आगे बढ़कर उन्हें अपने ही अंदाज में दिलाने की बात पर लोग ठहाके लगाने से खुद को रोक नहीं पाए.
जयाप्रदा बनी ठहाके की वजह
दरअसल, मुलायम सिंह यादव सोमवार को जौनपुर की एक चुनावी सभा में सपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगने गए थे. मुलायम अपने भाषण में बता रहे थे कि उनकी पार्टी सपा सदैव महिलाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश करती रही है. इसी क्रम में मुलायम ने कहा, 'एक समय राज्य से सपा की तीन महिलाएं लोकसभा में सांसद थीं. सुशीला सरोज, उषा वर्मा....(मंच पर बैठे आजम खान की ओर इशारा करते हुए मुलायम सिंह यादव बोले) जो महिला आपने जिताई थी, एक हीरोइन थी, क्या नाम था?'
मुलायम सिंह यादव के इतना बोलते ही मंच पर बैठे और जन सभा में मौजूद सभी लोग ठहाके लगाने लगे. इस माहौल में खुद मुलायम सिंह यादव भी हंसने लगे. ठहाको की आवाज तब और तेज हो गई जब आजम खान अपनी सीट से ऊठे और मुलायम सिंह यादव का माइक थामकर अपने ही अंदाज में कहा, 'देखिए अभी तक भूले नहीं है उसे...जयाप्रदा.' फिर मुलायम सिंह यादव ने अपने भाषण को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'हां, जयाप्रदा...'
मालूम हो जयाप्रदा को अमर सिंह सपा में लेकर आए थे. साथ ही उन्हें आजम खान के गढ़ रामपुर से टिकट दिया गया था. अमर सिंह और आजम खान में हमेशा तनातनी बनी रही. शायद इसलिए मुलायम सिंह यादव ने जानबूझकर आजम खान से जयाप्रदा का नाम पूछा था. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जयाप्रदा और अमर सिंह दोनों को पार्टी से निकाल दिया था.
जयाप्रदा बनी ठहाके की वजह
दरअसल, मुलायम सिंह यादव सोमवार को जौनपुर की एक चुनावी सभा में सपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगने गए थे. मुलायम अपने भाषण में बता रहे थे कि उनकी पार्टी सपा सदैव महिलाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश करती रही है. इसी क्रम में मुलायम ने कहा, 'एक समय राज्य से सपा की तीन महिलाएं लोकसभा में सांसद थीं. सुशीला सरोज, उषा वर्मा....(मंच पर बैठे आजम खान की ओर इशारा करते हुए मुलायम सिंह यादव बोले) जो महिला आपने जिताई थी, एक हीरोइन थी, क्या नाम था?'
मुलायम सिंह यादव के इतना बोलते ही मंच पर बैठे और जन सभा में मौजूद सभी लोग ठहाके लगाने लगे. इस माहौल में खुद मुलायम सिंह यादव भी हंसने लगे. ठहाको की आवाज तब और तेज हो गई जब आजम खान अपनी सीट से ऊठे और मुलायम सिंह यादव का माइक थामकर अपने ही अंदाज में कहा, 'देखिए अभी तक भूले नहीं है उसे...जयाप्रदा.' फिर मुलायम सिंह यादव ने अपने भाषण को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'हां, जयाप्रदा...'
मालूम हो जयाप्रदा को अमर सिंह सपा में लेकर आए थे. साथ ही उन्हें आजम खान के गढ़ रामपुर से टिकट दिया गया था. अमर सिंह और आजम खान में हमेशा तनातनी बनी रही. शायद इसलिए मुलायम सिंह यादव ने जानबूझकर आजम खान से जयाप्रदा का नाम पूछा था. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जयाप्रदा और अमर सिंह दोनों को पार्टी से निकाल दिया था.
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