दिल्ली के सिविल लाइन्स क्षेत्र में 33 श्यामनाथ मार्ग पर स्थित बंगले को जल्द ही सरकारी गेस्ट हाउस में तब्दील किया जायेगा क्योंकि कोई भी वरिष्ठ अधिकारी या राजनीतिक नेता अतीत की घटनाओं के कारण इसे अशुभ मानते हुए इसमें नहीं रहना चाहता है।
दिल्ली सरकार के चार बेडरूम वाले इस बंगले की कीमत करोड़ों रुपये बताई जाती है और यह पुराने सचिवालय के काफी करीब है, लेकिन इस बंगले पर अशुभ होने का ठप्पा लग गया है।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा, 'चार बेडरूम वाला यह बंगला भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना का आवास रह चुका है, लेकिन उन्हें हवाला मामले में नाम आने पर इस्तीफा देना पड़ा था। उनके उत्तराधिकारी साहिब सिंह वर्मा को इस बंगले में आने पर मुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था।'
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस नेता दीप चंद माथुर 1998 में उद्योग मंत्री बनने के बाद इस बंगले में आए, लेकिन बीमारी के कारण बाद में उनका निधन हो गया।
अधिकारी ने कहा, 'इसके कारण और कुछ अन्य घटनाओं के कारण कोई भी अधिकारी इस मकान में रहने को इच्छुक नहीं है और यह पिछले कई वर्षों से खाली पड़ा है।'
उन्होंने कहा, 'पिछले वर्ष एक आईएएस अधिकारी इस बंगले में आये थे, लेकिन उन्होंने इस वर्ष फरवरी में इसे खाली कर दिया।' सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी इस बंगले की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। दिल्ली सरकार इस बंगले का उपयोग संवाददाता सम्मेलन और पार्टियों के लिए करती है।
मंडल आयुक्त (राजस्व) धरम पाल ने कहा, 'दिल्ली के उपराज्यपाल ने हाल ही में इस बंगले को सरकारी गेस्ट हाउस में तब्दील करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। गेस्ट हाउस अगले महीने से परिचालन में आ जाएगा।' पाल के साथ लोक निर्माण विकास के मुख्य सचिव अरुण बरोका ने हाल ही में बंगले का निरीक्षण किया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं