दुनियाभर में कई ऐसी जगहें हैं, जहां पार्किंग की अच्छी खासी समस्या है. कहीं गाड़ियां इतनी ज्यादा है कि, कार पार्क करने की जगह भी कम पड़ रही है. वहीं कई बार ऐसी स्थिति में लोग जल्दबाजी के चक्कर में कहीं भी गाड़ी टिकाकर चल देते हैं. कई बार तो लोग कहीं भी गाड़ी पार्क कर के अपने काम पर निकल पड़ते हैं. ऐसे परिस्थितियों में कई बार लेने के देने भी पड़ जाते हैं. आपने भी अपने आसपास ऐसा होते देखा ही होगा कि, गलत जगह गाड़ी पार्क करने के चक्कर में लोगों को अच्छा खासा चालान भरना पड़ गया होगा. कई बार ये चालान इतना ज्यादा होता है कि, जिसकी आप उम्मीद भी नहीं कर सकते. हाल ही में एक ऐसा ही मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय हुआ है, जिसके बारे में जानकर आप भी सतर्क हो जाएंगे.
जल्दबाजी के चक्कर में पड़ गए लेने के देने
दरअसल, ये मामला इंग्लैंड के मैनचेस्टर का बताया जा रहा है, जहां एक उबर ड्राइवर उस वक्त हक्का-बक्का रह गया, जब उसे पता चला कि हवाईअड्डे पर यात्रियों को छोड़ने के लिए उससे 3 हजार पाउंड से अधिक का शुल्क लिया गया है. लैडबाइबल नामक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, जिस उबर ड्राइवर के साथ ऐसा हुआ उसका नाम मार्क कॉनर (Mark Connor) बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि, बीते बीते 1 दिसंबर को मार्क अपनी गाड़ी में लिवरपूल से मैनचेस्टर हवाई अड्डे तक कुछ लोगों को ले गया था. इस दौरान वह ड्रॉप ऑफ जोन में रुका था. नियम के अनुसार, आमतौर पर वहां 5 मिनट तक रुकने के लिए गाड़ी चलाने वालों से तकरीबन 5 पाउंड शुल्क वसूला जाता है, लेकिन मार्क के मुताबिक, उससे जितना पैसा वसूला गया, उतना तो उसने महीनों में नहीं कमाया था.
3 मिनट के लिए 3 लाख से अधिक का चार्ज
रिपोर्ट्स की मानें तो मार्क को पहले पता ही नहीं था कि, उससे शुल्क के तौर पर लाखों रुपये वसूले गए हैं. इस बात का पता उसे तब चला जब उसने अपने बैंक अकाउंट खंगाले. मार्क को पता चला कि, सिर्फ 3 मिनट रुकने पर उससे 3,132 पाउंड यानी करीब 3 लाख 30 हजार रुपये का शुल्क वसूला गया. इसका मतलब था कि, उबर ड्राइवर मार्क कॉनर हवाईअड्डे की जिस जगह पर रुके थे, वो दुनिया की सबसे महंगी पार्किंग में से एक थी.
मुकर गई एयरपोर्ट अथॉरिटी
मार्क ने जब अपनी इस समस्या को हवाईअड्डे पर फोन कर के बताया तो उन्हें फीडबैक फॉर्म भरने को दिया गया, फॉर्म में मार्क ने तारीख और समय सभी चीजों का ठीक से जिक्र करते हुए भरकर भेज दिया. इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी के पास से एक ईमेल आया, जिसमें बताया गया कि, लेनदेन का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है. यह जानकर मार्क का दिमाग चकरा गया. मार्क ने हार नहीं मानी उन्होंने इस बारे में बैंक से भी संपर्क किया, जिसके कुछ दिन बाद ही उनकी पूरी राशि आश्चर्यजनक रूप से वापस आ गई, लेकिन मामला अभी खत्म नहीं हुआ था, बल्कि असली परेशान तो अब शुरू हुई थी.
अभी भी नहीं मिला रिफंड
मार्क के मुताबिक, एक दिन पहले ही उनकी पत्नी उनका कार्ड लेकर खरीदारी करने निकली थीं, जब बिल पे किया जा रहा था, तब उनको पता चला कि अकाउंट में तो पैसे ही नहीं हैं. हैरानी की बात तो ये है कि, जो पैसे वापस अकाउंट में आए थे, उन्हें फिर से काट लिया गया था. इस बात को जानकर गुस्से से तिलमिलाए मार्क ने मैनचेस्टर एयरपोर्ट अथॉरिटी से इसकी शिकायत की, लेकिन हजार शिकायतों के बाद भी उनके पैसे वापस नहीं आए. इस पूरे मामले पर मैनचेस्टर हवाईअड्डे के एक प्रवक्ता लिवरपूल इको का कहना है कि, असुविधा के लिए खेद है, जल्द ही पूरा रिफंड कर दिया जाएगा. रोजाना कई यात्री पार्किंग सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. इस तरह के मामले बेहद दुर्लभ हैं.
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