मुंबई:
आज सूचना टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर के दौर में टाइपिंग एक गुज़रे ज़माने की चीज़ लगती है। लेकिन महाराष्ट्र के शिक्षा विभाग ने क्लर्क ग्रेड के लिए टाइपिंग का सर्टिफिकेट ज़रूरी बना दिया है। वैसे चार दिन चलने वाले इस टेस्ट के पर्चे पहले ही लीक हो गए हैं।
नागपुर में इस परीक्षा में 90 फीसदी उम्मीदवार पास होते हैं। इस सेंटर पर 136 लोग परीक्षा देने वाले थे लेकिन आए केवल 8 उम्मीदवार।
आरोप है कि यह साल दर साल हो रहा है। राज्यभर में दो लाख सतहत्तर हज़ार उम्मीदवार ये परीक्षा दे रहे हैं।
पेपर लीक होने पर भी शिक्षा विभाग को अबतक कोई फर्क नहीं पड़ा है लेकिन छात्र परेशान हैं।
नागपुर में इस परीक्षा में 90 फीसदी उम्मीदवार पास होते हैं। इस सेंटर पर 136 लोग परीक्षा देने वाले थे लेकिन आए केवल 8 उम्मीदवार।
आरोप है कि यह साल दर साल हो रहा है। राज्यभर में दो लाख सतहत्तर हज़ार उम्मीदवार ये परीक्षा दे रहे हैं।
पेपर लीक होने पर भी शिक्षा विभाग को अबतक कोई फर्क नहीं पड़ा है लेकिन छात्र परेशान हैं।