दुनिया की सबसे बुजुर्ग शख्स एम्मा मोरानो (फाइल फोटो).
रोम:
सचेत और बातूनी किस्म की इतालवी महिला एम्मा मोरानो आज अपना 117वां जन्मदिन मना रही हैं. उन्हें 19 शताब्दी में जन्मी अंतिम जीवित व्यक्ति माना जाता है. उनका जन्म 29 नवंबर 1899 को हुआ था. वह दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति हैं.
पिछले महीने उत्तरी इटली के शहर वर्बेनिया में स्थित अपने घर पर एएफपी को दिए साक्षात्कार में मोरानो ने बताया, ‘‘मैं हर रोज दो अंडे और कुकीज खाती हूं. लेकिन मैं बहुत ज्यादा नहीं खाती क्योंकि मेरे पास दांत नहीं है.’’ उनके पास दुनिया का सबसे उम्रदराज व्यक्ति होने का गिनीज विश्व रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र है.
आठ भाई-बहनों में सबसे बड़ी मोरानो का कोई भी भाई-बहन अब जिंदा नहीं है. मोरानो जानती है कि इस ऐतिहासिक जन्मदिन को एक समारोह के तौर पर मनाया जाएगा और लोग उनके बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं.
उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘ लोग आते हैं. मैं किसी को आमंत्रित नहीं करती लेकिन अमेरिका, स्वीट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, तुरीन, मिलान..से लोग मिलने आते हैं. वे मुझे देखने आते हैं. वह अपने जन्मदिन का केक खाएंगीं या नहीं इस बारे में उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार मैंने थोड़ा सा खाया था लेकिन तब मुझे अच्छा महसूस नहीं हुआ था.’’
उनके जन्मदिन के इतर बात की जाए तो मोरानो एकांतवासी प्रवृति की महिला हैं. वर्ष 1938 में उनका इकलौता बेटा गुजर गया था जिसके कुछ ही दिनों के बाद उन्होंने अपने हिंसक पति को छोड़ दिया था. तभी से मोरानो अकेली ही रहती हैं.
पिछले साल तक वह अकेली रहती थीं बाद में उन्हें देखभाल करने वाला पूर्णकालिक सेवक मिल गया. वह पिछले बीस साल से अपने दो कमरे के छोटे से घर में रह रही हैं. वह बड़ी मुश्किल से बोल और सुन पाती हैं. उनकी नजर भी कमजोर है.
उनके जन्मदिन पर उनके यहां कुछ रिश्तेदार और पत्रकारों के साथ वर्बेनिया के मेयर सिल्विया मार्योनीनी के आने की उम्मीद है.शहर के स्थानीय थिएटर में मारोनों के सम्मान में तीन शताब्दियों के संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी और उनकी जीवनी दिखाई जाएगी जिसका नाम होगा ‘‘वह महिला जिसने तीन शताब्दियां देखीं’’.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पिछले महीने उत्तरी इटली के शहर वर्बेनिया में स्थित अपने घर पर एएफपी को दिए साक्षात्कार में मोरानो ने बताया, ‘‘मैं हर रोज दो अंडे और कुकीज खाती हूं. लेकिन मैं बहुत ज्यादा नहीं खाती क्योंकि मेरे पास दांत नहीं है.’’ उनके पास दुनिया का सबसे उम्रदराज व्यक्ति होने का गिनीज विश्व रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र है.
आठ भाई-बहनों में सबसे बड़ी मोरानो का कोई भी भाई-बहन अब जिंदा नहीं है. मोरानो जानती है कि इस ऐतिहासिक जन्मदिन को एक समारोह के तौर पर मनाया जाएगा और लोग उनके बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं.
उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘ लोग आते हैं. मैं किसी को आमंत्रित नहीं करती लेकिन अमेरिका, स्वीट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, तुरीन, मिलान..से लोग मिलने आते हैं. वे मुझे देखने आते हैं. वह अपने जन्मदिन का केक खाएंगीं या नहीं इस बारे में उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार मैंने थोड़ा सा खाया था लेकिन तब मुझे अच्छा महसूस नहीं हुआ था.’’
उनके जन्मदिन के इतर बात की जाए तो मोरानो एकांतवासी प्रवृति की महिला हैं. वर्ष 1938 में उनका इकलौता बेटा गुजर गया था जिसके कुछ ही दिनों के बाद उन्होंने अपने हिंसक पति को छोड़ दिया था. तभी से मोरानो अकेली ही रहती हैं.
पिछले साल तक वह अकेली रहती थीं बाद में उन्हें देखभाल करने वाला पूर्णकालिक सेवक मिल गया. वह पिछले बीस साल से अपने दो कमरे के छोटे से घर में रह रही हैं. वह बड़ी मुश्किल से बोल और सुन पाती हैं. उनकी नजर भी कमजोर है.
उनके जन्मदिन पर उनके यहां कुछ रिश्तेदार और पत्रकारों के साथ वर्बेनिया के मेयर सिल्विया मार्योनीनी के आने की उम्मीद है.शहर के स्थानीय थिएटर में मारोनों के सम्मान में तीन शताब्दियों के संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी और उनकी जीवनी दिखाई जाएगी जिसका नाम होगा ‘‘वह महिला जिसने तीन शताब्दियां देखीं’’.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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