मुंबई:
इंटरमीडिएट, यानि 12वीं क्लास की बोर्ड की परीक्षाएं अधिकतर 17-वर्षीय बच्चों के लिए बेहद तनावभरे दिन होते हैं, क्योंकि इन पर ही उनके भविष्य के सपनों का दारोमदार टिका होता है, लेकिन एस्ट्रॉनॉट (astronaut) बनने का ख्वाब देख रही भावी जगतिया (Bhavi Jagatia) के लिए ये वक्त कुछ इस तरह बीता, जिसे वह सारी उम्र खुश होकर याद करेगी। इन्हीं दिनों में मुंबई की इस किशोर बच्ची ने दो करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप (छात्रवृत्ति) जीती, जिससे वह अमेरिका की कॉरनेल यूनिवर्सिटी (Cornell University) में पढ़ाई और रहने का खर्चा उठा सकेगी, और साथ ही हासिल करेगी एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (aerospace engineering) की डिग्री।
मुंबई के जुहू में जमनाबाई नरसी स्कूल की छात्रा भावी जगतिया ने NDTV से बातचीत करते हुए बताया, "मुझे टाटा की इस स्कॉलरशिप के बारे में अपनी गणित (mathematics) की बोर्ड परीक्षा से एक दिन पहले पता चला, और मैं बेहद उत्तेजित महसूस कर रही थी..."
भावी के पिता अशोक जगतिया का कहना है कि यह बेहद महत्वपूर्ण है कि आप पहले यह पहचानें कि आपका बच्चा क्या करना या बनना चाहता है, और फिर उसे सही रास्ता दिखाएं। उन्होंने कहा, "बच्चों पर अपने सपने नहीं थोपने चाहिए..." दूसरी ओर भावी की मां ने बताया कि वह सिर्फ इस बात का ध्यान रखती थीं कि उनकी बेटी ढंग से खा रही है, और पूरी नींद ले रही है। उन्होंने कहा, "बाकी सारी चीज़ों का ध्यान तो उसने (भावी ने) खुद ही रख लिया..."
सचमुच, भावी ने सब चीज़ों का ध्यान रख भी लिया। अपनी इस छोटी-सी उम्र में भी पूरी परिपक्वता दिखाते हुए भावी ने पढ़ाई और मस्ती के बीच सटीक संतुलन बनाया। भावी के लिए तनाव दूर करने का सबसे बढ़िया उपाय पेन्टिन्ग करना है, और वह बहुत फलसफाना अंदाज़ में कहती है, "आप सपना ज़रूर देखें, और यकीन मानिए, सपना पूरा करने के लिए आपको मस्ती कुर्बान करने की ज़रूरत नहीं पड़ती..."
अब जब किशोरावस्था की सबसे बड़ी 'समस्याएं' - परीक्षाएं, परिणाम और कॉलेज - पहले ही सुलट चुकी हैं, तो अब भावी न्यूयार्क जाने से पहले मुंबई में बचे अपने लगभग तीन महीने का पूरा मज़ा लेना चाहती है। भावी ने बताया, "मैंने और मेरे दोस्तों ने तय किया है कि मेरे पढ़ने के लिए (अमेरिका) जाने से पहले हम मुंबई को देखेंगे... हमारा प्लान सिर्फ ट्रेन पकड़ने और घूमते रहने का है..."
वैसे, कॉरनेल में पहुंचने के बाद भावी के पास ऐसे रोल-मॉडलों की भी कमी नहीं होगी, जो पहले ही उस क्षेत्र में नाम कमा चुके हैं, जिसमें कदम रखने का इरादा भावी के मन में है - जैसे, भारतीय अमेरिकी एस्ट्रॉनॉट कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स, सो, उसका एक सपना तो पूरा होता दिख ही रहा है, लेकिन उसका एक और सपना है, जो पता नहीं सच होगा या नहीं।
दरअसल, भावी कितनी भी होशियार, मेहनती या खुशकिस्मत कही जाए, आखिर है तो वैसी ही बच्ची, जैसी हमारे-आपके घरों में होती हैं, और जो सितारों से बेहद लगाव महसूस करती हैं, सो, भावी का भी सपना है कि बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर उसे फोन करके बधाई दें।
खैर, हम यह तो नहीं जानते कि रणबीर कपूर इस ख़बर को पढ़ेंगे या नहीं, लेकिन हम चाहते हैं कि वह पढ़ें, ताकि अमेरिका जाने से पहले भावी का यह सपना भी पूरा हो ही जाए।
मुंबई के जुहू में जमनाबाई नरसी स्कूल की छात्रा भावी जगतिया ने NDTV से बातचीत करते हुए बताया, "मुझे टाटा की इस स्कॉलरशिप के बारे में अपनी गणित (mathematics) की बोर्ड परीक्षा से एक दिन पहले पता चला, और मैं बेहद उत्तेजित महसूस कर रही थी..."
भावी के पिता अशोक जगतिया का कहना है कि यह बेहद महत्वपूर्ण है कि आप पहले यह पहचानें कि आपका बच्चा क्या करना या बनना चाहता है, और फिर उसे सही रास्ता दिखाएं। उन्होंने कहा, "बच्चों पर अपने सपने नहीं थोपने चाहिए..." दूसरी ओर भावी की मां ने बताया कि वह सिर्फ इस बात का ध्यान रखती थीं कि उनकी बेटी ढंग से खा रही है, और पूरी नींद ले रही है। उन्होंने कहा, "बाकी सारी चीज़ों का ध्यान तो उसने (भावी ने) खुद ही रख लिया..."
सचमुच, भावी ने सब चीज़ों का ध्यान रख भी लिया। अपनी इस छोटी-सी उम्र में भी पूरी परिपक्वता दिखाते हुए भावी ने पढ़ाई और मस्ती के बीच सटीक संतुलन बनाया। भावी के लिए तनाव दूर करने का सबसे बढ़िया उपाय पेन्टिन्ग करना है, और वह बहुत फलसफाना अंदाज़ में कहती है, "आप सपना ज़रूर देखें, और यकीन मानिए, सपना पूरा करने के लिए आपको मस्ती कुर्बान करने की ज़रूरत नहीं पड़ती..."
अब जब किशोरावस्था की सबसे बड़ी 'समस्याएं' - परीक्षाएं, परिणाम और कॉलेज - पहले ही सुलट चुकी हैं, तो अब भावी न्यूयार्क जाने से पहले मुंबई में बचे अपने लगभग तीन महीने का पूरा मज़ा लेना चाहती है। भावी ने बताया, "मैंने और मेरे दोस्तों ने तय किया है कि मेरे पढ़ने के लिए (अमेरिका) जाने से पहले हम मुंबई को देखेंगे... हमारा प्लान सिर्फ ट्रेन पकड़ने और घूमते रहने का है..."
वैसे, कॉरनेल में पहुंचने के बाद भावी के पास ऐसे रोल-मॉडलों की भी कमी नहीं होगी, जो पहले ही उस क्षेत्र में नाम कमा चुके हैं, जिसमें कदम रखने का इरादा भावी के मन में है - जैसे, भारतीय अमेरिकी एस्ट्रॉनॉट कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स, सो, उसका एक सपना तो पूरा होता दिख ही रहा है, लेकिन उसका एक और सपना है, जो पता नहीं सच होगा या नहीं।
दरअसल, भावी कितनी भी होशियार, मेहनती या खुशकिस्मत कही जाए, आखिर है तो वैसी ही बच्ची, जैसी हमारे-आपके घरों में होती हैं, और जो सितारों से बेहद लगाव महसूस करती हैं, सो, भावी का भी सपना है कि बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर उसे फोन करके बधाई दें।
खैर, हम यह तो नहीं जानते कि रणबीर कपूर इस ख़बर को पढ़ेंगे या नहीं, लेकिन हम चाहते हैं कि वह पढ़ें, ताकि अमेरिका जाने से पहले भावी का यह सपना भी पूरा हो ही जाए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं