तमिलनाडु के करूर में फूड एंटरप्रेन्योर बनने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक्स व संचार इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारक 18 वर्षीय सी. जैसुंदर ने दो शीर्ष कंपनियों को छोड़ दिया.
वह बर्मी व्यंजन को बेचने और कुछ लोकप्रिय स्नैक्स को बनाने के लिए ठेला लगा रहा है.
जैसुंदर ने कहा, "यह एक सचेत विकल्प था और मुझे अपने व्यवसाय पर कोई शर्म नहीं है. किसी भी ईमानदार श्रमिक को शर्मिदा नहीं होना चाहिए. जो काम मैं अब कर रहा हूं, हमारे देश के कई शीर्ष नेताओं ने उससे कहीं अधिक पुरुषवादी काम किया था और वे अपनी मेहनत से शीर्ष पदों पर पहुंच गए हैं."
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करूर जिले के एक मूल निवासी, जयसुंदर पहले चेन्नई में टेलीफोन कंपनी एयरटेल में शामिल हुए. हालांकि, किराया, भोजन का खर्च और उनकी संवेदनशील प्रकृति ने उन्हें यह नौकरी छोड़ने और कोयंबटूर में दूसरी नौकरी ऑटोमोटिव घटक प्रमुख प्राइसोल लिमिटेड में शामिल होने पर मजबूर कर दिया.
इसके तुरंत बाद, वह एक अनुबंध कर्मचारी के रूप में तमिलनाडु न्यूज प्रिंट एंड पेपर्स लिमिटेड (टीएनपीएस) में स्थानांतरित हो गए.
जैसुंदर के अनुसार, उसका दोस्त मधु, जो एक भोजनालय चलाता था, उसने उन्हें खाना बनाना सिखाया और अब जयसुंदर ने कहा कि वह अपनी मां के साथ घर पर व्यंजन तैयार करता है.
सबसे पहले जैसुंदर ने अपने स्नैक्स करूर के पास वेलायुथमपालयम में बेचना शुरू किया, लेकिन लेकिन उन्हें सामग्री खरीदने के लिए नियमित तौर पर करूर आना पड़ता था.
उन्होंने कहा, "इसके बाद मेरे मित्र गोली ने मुझे करूर में अपनी जूस के स्टाल के पास ठेला लगाने की अनुमति दे दी. कारोबार धीरे-धीरे बढ़ने लगा. ग्राहक डिशेस को अच्छा करने के लिए मुझे टिप्स देने लगे, जिससे मुझे काफी मदद मिली।"
इनपुट - आईएएनएस
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