पुडुकोट्टई में रविवार को आयोजित जल्लीकट्टू में सबसे ज्यादा संख्या में सांडों को मैदान में उतारने से इसका नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है. तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर के समन्वय से वीरालिमलाई में सांडों को काबू करने वाले इस खेल में 1,354 सांडों को शामिल किया गया. 424 लोग इन सांडों पर काबू पाने का प्रयास कर रहे थे.
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जिला पुलिस के अनुसार इस आयोजन में दो लोगों की मौत हो गयी जबकि 31 अन्य घायल हो गए. वर्ल्डकिंग्स वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनियन के प्रतिनिधि ने बताया कि, 'भाग लेने वाले सांडों की संख्या 1,354 थी जो पहले के रिकार्ड दो साल पहले हुए खेल में 647 सांडों के मुकाबले दोगुनी है.'
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जल्लीकट्टू को ''इरुथाझुवुथल' के नाम से भी जाना जाता है. यह तमिलनाडु में मट्टू पोंगल के दिन रूप में खेला जाने वाला एक खेल है जिसमें लोग बैल को वश में करते हैं. यह पोंगल समारोह का एक हिस्सा है. जल्लीकट्टू लगभग 2000 से अधिक सालों से खेला जा रहा है. शुरू में, यह समारोह दूल्हे को चुनने के लिए किया जाता था. यह प्रतियोगिता सफलतापूर्वक जीतने वाले शख्स को युवती का हाथ सौंपा जाता था. हालांकि जल्लीकट्टू स्पेनिश बुलफाइट्स की ही तरह है.
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