
Woman did not know pregnant: ऑस्ट्रेलिया की 20 साल की चार्लोट समर्स की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं. एक दिन वो सिर्फ डॉक्टर से ग्लूटेन सेंसिटिविटी की जांच करवाने गई थीं और अगले दिन उनके हाथ में उनका नवजात बेटा था. दरअसल, चार्लोट को खुद भी नहीं पता था कि वो प्रेग्नेंट हैं और जब उन्हें इसका पता चला, वो पहले ही 38 हफ्ते और 4 दिन की गर्भवती थीं.

बिना पता चले 8 महीने की प्रेगनेंसी, 17 घंटे में बनी मां (rare pregnancy stories)
डॉक्टरों ने इस चौंकाने वाली स्थिति को 'क्रिप्टिक प्रेगनेंसी' बताया, जिसमें महिला को गर्भावस्था के कोई आम लक्षण नहीं दिखते. न पेट का आकार बढ़ता है, न मोर्निंग सिकनेस होती है और अक्सर पीरियड्स जैसी ब्लीडिंग भी होती रहती है, जिससे गर्भवती महिला को खुद का गर्भवती होना पता नहीं चलता. चार्लोट बताती हैं कि, मुझे लगा था कि शायद रिलेशनशिप में आने और तनाव के चलते थोड़ा वजन बढ़ गया है. जींस टाइट होने लगी थी, लेकिन मैंने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया. मैं आज भी रेगुलर कपड़े पहन रही थी और बर्थ कंट्रोल पिल्स ले रही थी.

बिना किसी लक्षण के मां बन गई 20 साल की युवती (cryptic pregnancy case)
6 जून को जब उन्होंने एक रूटीन चेकअप के दौरान प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया, तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई. डॉक्टरों को लगा यह शुरुआती स्टेज की प्रेगनेंसी है, लेकिन जब उसी दिन उनके बॉयफ्रेंड के परिवार ने एक अल्ट्रासाउंड करवाया, तो सच्चाई सबके होश उड़ा गई. चार्लोट डिलीवरी के बेहद करीब थीं. डॉक्टरों ने तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, क्योंकि बच्चे के चारों ओर एमनियोटिक फ्लूइड नहीं था. लेबर शुरू करवाया गया और सिर्फ 7 मिनट में चार्लोट ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया.

क्रिप्टिक प्रेगनेंसी: जब न पेट दिखा, न कोई लक्षण (pregnancy without symptoms)
चार्लोट कहती हैं, सब कुछ इतना जल्दी हुआ कि मुझे समझ ही नहीं आया कि क्या हो रहा है. मैं बेहोश हो गई थी और जब आंख खुली, मेरा बेटा मेरी गोद में था. ये कहानी सिर्फ चौंकाने वाली नहीं, बल्कि एक अनोखा उदाहरण है कि शरीर कई बार किस तरह संकेतों को छुपा सकता है. चार्लोट की ये जर्नी कई महिलाओं के लिए एक जरूरी चेतावनी और अद्भुत चमत्कार भी है.
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