नई दिल्ली:
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा है कि वह हमेशा से एक नर्स बनने की तमन्ना रखती थीं और यह ख्वाब उनके भीतर विख्यात नर्स एवं लेखिका फ्लोरेंस नाइटिंगेल से प्रेरणा लेकर जगा था। शीला ने मंगलवार को नर्सिंग से जुड़े एक सम्मेलन में बोलते हुए अपने इस बचपन के ख्वाब को बयां किया। सम्मेलन का आयोजन फोर्टिस हेल्थकेयर की ओर से किया गया था। अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए शीला ने कहा कि वह अंग्रेजी के मशहूर कवि विलियम वर्डसवर्थ, वैज्ञानिक सर इसाक न्यूटन और झांसी की रानी के बारे में पढ़ा करती थीं, लेकिन सबसे ज्यादा उन्हें नाइटिंगेल ने प्रेरित किया। उन्होंने कहा, मैं आपको बता सकती हूं कि नाइटिंगेल एकमात्र शख्सियत हैं, जिन्होंने कॉलेज पहुंचने तक मुझे बहुत प्रेरित किया था। मैं हमेशा एक नर्स बनना चाहती थी। नर्सिंग को उन्होंने एक आदर्श पेशा करार देते हुए कहा कि पूरी दुनिया में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने की जरूरत है और सरकारी एवं निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं के अंतर को भी खत्म करना होगा। शीला ने कहा, आपको भारत की स्वास्थ्य सेवाओं को आगे की ओर ले जाने एवं इसे और व्यापक बनाने की प्रतिबद्धता दिखाने की जरूरत है ताकि स्वास्थ्य के क्षेत्र में गरीब और अमीर के बीच कोई अंतर नहीं रहे।
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